प्रयागराज (राहुल सिंह). इन दिनों हो रही बरसात की वजह से चौतरफा सीलन बढ़ गई है। जलभराव ने जीवन नारकीय बना दिया है। ग्रामीण सड़कों पर पानी के साथ-साथ कीचड़ भी फैला हुआ है। नालियां पूरी तरह से चोक हैं। जलनिकासी का पर्याप्त इंतजाम न होने के कारण जर्जर हो चुके कच्चे मकान भी बरसात में ढह रहे हैं।
कोरांव के वार्ड संख्या एक, सेवई वाली रोड के निवासी राजेंद्र प्रसाद मिश्र पुत्र महेश्वरी प्रसाद के कच्चे मकान का पिछला हिस्सा पूरी तरह ढह गया। संयोग अच्छा रहा कि घटना के दौरान घर के अंदर कोई नहीं था। अन्यथा जानमाल का भी नुकसान हो सकता है। इस घटना को हुए एक सप्ताह से अधिक का समय बीत चुका है।
इसी तरह नरेंद्र सिंह पुत्र गनेश सिंह (निवासी बड़ोखर, निबिहा टोला) का जर्जर कच्चा मकान जमींदोज हो गया। इसके अलावा क्षेत्र के ग्रामीणांचल में कई अन्य जर्जर मकान गिरे हैं। हालांकि, जानमाल की क्षति कहीं नहीं हुई। पर, कच्चे मकानों के ढहने से लोगों के समक्ष बरसात में सिर छिपाने की समस्या खड़ी होगई है। प्रभावित परिवारों ने आवासीय सुविधा का लाभ दिए जाने की मांग की है।