स्वास्थ्य विभाग की जांच टीम ने सहारा डायग्नोस्टिक सेंटर पर लगाया ताला
प्रयागराज (आलोक गुप्ता). जनपद के गंगापार और यमुनापार में झोलाछाप डाक्टरों और अस्पतालों की भरमार है। पंजीकृत चिकित्सकों के नाम का बोर्ड लगाकर इस तरह की दुकानों (तथाकथित क्लीनिक) में झोलाछाप डाक्टरों द्वारा ध़ड़ल्ले से गंभीर रोगियों काइलाज किया जा रहा है।
शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग की जांच टीम ने एक अल्ट्रासाउंड केंद्र और एक अस्पताल में छापा मारा। दोनों में कोई भी चिकित्सक नहीं मिला। इस पर दोनों को सील कर दिया गया। सीएमओ ने बताया कि एसीएमओ की अगुवाई में गठित टीम ने मेजारोड पर स्थित सहारा डायग्नोस्टिक सेंटर पर छापा मारा।
छापे के दौरान अल्ट्रासाउंड सेंटर खुला मिला और सबंधित चिकित्सक नहीं मिले। मौके पर एक बंगाली डाक्टर की मौजूदगी पाई गई। इस पर इस सेंटर को सील कर दिया गया। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मेजारोड, कोहड़ार घाट में स्थित गौरी देवी हास्पिटल का निरीक्षण किया।
गोपनीय तरीके से मारे गए छापे के दौरान यहां पांच मरीज भर्ती पाए गए, जिनका इलाज एक बंगाली डाक्टर करता हुआ मिला। भर्ती मरीजों में कविता पत्नी मणिशंकर कापेट का आपरेशन, सावित्री पत्नी राजेंद्र का सीने परफोड़े का आपरेशन, अंजी पत्नी अजय कुमार का सिजेयिरन प्रसव, लक्ष्मी पुत्री रामसागर (उल्टी-दस्त) और सुशीला पत्नी बिहारीलाल का पथरी का आपरेशन किया गया था।
अस्पताल में भारी गंदगी और मेडिकल वेस्ट का प्रबंधन दुरुस्त नहीं पाया गया। प्रदूषण बोर्ड व एनओसी का एनओसी भी नहीं मिला। इस पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने ताला लगाकर गौरी देवी हास्पिटल को सील करते हुए पंजीकरण को निलंबित कर दिया।