‘संघर्ष जितना बड़ा होगा, जीत उतनी ही शानदार होगी’
योग प्रशिक्षक डा. प्रशांत तिवारी ने करवाया सूर्य नमस्कार का अभ्यास, फायदे भी गिनाए
प्रयागराज (एसपी सिंह). एमवी कान्वेंट स्कूल एंड कालेज गौहनिया में स्वामी विवेकानंद की जयंती समारोह पूर्वक मनाई गई। विद्यालय के प्रबंधक डॉ वाचस्पति ने स्वामी विवेकानंद के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। प्रधानाचार्य मोहित चौधरी ने स्वामी विवेकानंद के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा, स्वामी विवेकानंद भारतीय इतिहास के सबसे प्रतिभाशाली व्यक्तित्व में से एक थे। उन्होंने, युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा था कि संघर्ष जितना बड़ा होगा, जीत उतनी ही शानदार होगी। जो आज के समय में अत्यंत आवश्यक है। प्रधानाचार्य ने कहा कि महान व्यक्तित्व के धनी स्वामी विवेकानंद के जीवन चरित्र का यदि एक छोटा सा अंश भी हम धारण कर लें तो हमें सफल होने से कोई भी रोक नहीं सकता।
यह भी पढ़ेंः मकर संक्रांतिः संगम तट पर लगने लगी आस्था की डुबकी, उदया तिथि का स्नान कल
यह भी पढ़ेंः मोदी और योगी के नेतृत्व में हो रहा गरीबों का उत्थानः वाचस्पति
यह भी पढ़ेंः तमसा तीरे घोघर बीर बाबा के मेले में उमड़ी भारी, समरसता भोज में टूटा जातिगत बंधन
स्वामी विवेकानंद की जयंती के मौके पर आयोजित युवा दिवस के अवसर पर योग प्रशिक्षक डा. प्रशांत तिवारी (राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय जसरा) ने विद्यालय में सूर्य नमस्कार का अभ्यास कराया और सूर्य नमस्कार के फायदे भी बताएं। योग प्रशिक्षण ने कहा कि योग वेदांत की शिक्षा से अवगत कराने का श्रेय स्वामी विवेकानंद को ही जाता है।
स्वामी विवेकानंद द्वारा किए गए कार्यों को यदि हर युवा अपने जीवन में उतारता है, तो वह निश्चित रूप से सफल होता है। स्वामी विवेकानंद के ओजपूर्ण विचार हमेशा से युवाओं को प्रेरित करते रहते हैं। इसलिए वर्ष 1985 से भारत सरकार ने स्वामी विवेकानंद के जन्मदिवस को युवा दिवस के रूप में मनाने का निर्णय किया। वह बहुत ही कम उम्र में विश्व विख्यात, प्रभावशाली आध्यात्मिक गुरु बन गए थे। इस अवसर पर डॉ अभिषेक पांडेय, आरके, घनश्याम तिवारी, डीके, अविरल, रमाकांत दीपेश, शुभम, अमित श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।