अवध

नदी से निकाल दूसरे के खेत में बालू डंप कर रहे माफिया

विरोध पर खेत मालिक को दी जा रही धमकी, सीएम से की गई शिकायत

प्रयागराज. जिले की नदियां खनन माफियाओं के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं। यमुना के साथ टोंस नदी में जगह-जगह चोरी-छिपे बालू की निकासी की जाती रहती है। खीरी थानाक्षेत्र से गुजरी टोंस नदी में भी खनन माफियाओं ने कब्जा जमा रखा है। यहां के रेगा कोटर घाट पर बड़े पैमानेपर अवैध तरीके से बालू की निकासी की जा रही है।

मुख्यमंत्री समेत विभागीय अधिकारियों से इस मामले की शिकायत करते हुए एक किसान जान-माल के सुरक्षा की गुहार लगाई है। किसान के द्वारा की गई शिकायत के मुताबिक उक्त दबंग माफियाओं के द्वारा टोंस नदी से बालू निकालकर अपने घर से इसकी बिक्री की जाती है। बालू निकासी के पश्चात उसे किसानके खेत में डंप करदिया जाता है, जिससे वह खेती नहीं कर पा रहा है।

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जब उसने खनन करने वालों से इसका उलाहना दिया तो उसे जानलेवा धमकी दी गई। किसान का कहना है कि इस मामले की शिकायत उसने पूर्व में भी उच्चाधिकारियों से की थी, लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई और न ही अवैध खनन बंद हो सका। किसान ने खीरी थाना क्षेत्र के रेगा कोटर घाट में अवैध तरीके से किए जा रहे खनन पर रोक लगवाने और डंप की गई बालू से अपना खेत खाली करवाने की मांग की है।

खीरी थाना क्षेत्र में टोंस नदी के कई घाटों से अवैध रूप से बालू खनन किया जा रहा है, जिसमें रेगा कोटर घाट के साथ-साथ धधुआं, पिपरांव, सहित कई अन्य घाट शामिल हैं। अवैध खनन से न सिर्फ इलाके में तनाव बना रहता है, बल्कि राजस्व का भी नुकसान हो रहा है।

अवैध खनन को लेकर खीरी थाना प्रभारी अश्विनी कुमार ने बताया कि गुरुवार को सोशल मीडिया अवैध खनन का एक वीडियो वायरल हो रहा है, इसकी पुष्टि नहीं हो पा रही है। फिलहाल वीडियो का संज्ञान लेते हुए मौके पर पुलिस टीम भेजी गई, वहां पर कोई भी खनन करते हुए नहीं मिला। मेरे पास अभी कोई शिकायत नहीं आई हैं, आने पर सत्यता के आधार पर कार्यवाही की जाएगी।

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