प्रतापगढ़ (हरिश्चंद्र यादव). एंटी ह्युमन ट्रैफिकिंग यूनिट की प्रतापगढ़ इकाई ने शुक्रवार को अभियान चलाकर सात बाल श्रमिकों को मुक्त कराया। इस दौरान होटल, ढाबा, गैराज, ईंट-भट्ठा समेत कई अन्य छोटी औद्योगिक इकाइयों को चेक किया गया और नियोक्ताओं को हिदायत दी गई।
एएचटीयू (AHTU) के प्रभारी निरीक्षक संजय सिंह यादव, श्रम प्रवर्तन अधिकारी सचिन द्विवेदी, कांस्टेबल आलोक सिंह, चाइल्ड लाइन और एनजीओ ‘संवाद’ की टीम ने शुक्रवार को कोतवाली नगर क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर औचक छापेमारी की। इस दौरान कुल सात बाल श्रमिक अलग-अलग स्थानों पर काम करते हुए पाए गए।
अखिल भारतीय बाल बचाव एवं पुनर्वास (किशोर श्रम उन्मूलन) अभियान के तहत चलाए गए अभियान के दौरान मुक्त कराए गए बालकों को पूछताछ के बाद उनके घर या फिर चाइल्ड लाइन भेजने की कार्य़वाही की गई, साथ ही नियोक्ताओं को हिदायत दी गई कि यदि भविष्य में बाल श्रमिकों का सहारा लिया गया तो सख्त कार्यवाही की जाएगी। इस दौरान लोगों से बालश्रम न करवाने की अपील भी की गई।