जयंती पर याद किए गए नेताजी सुभाषचंद्र बोस, कांग्रेसियों ने किया नमन
भदोही (कृष्ण कुमार द्विवेदी). देश की आज़ादी के महान क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाषचंद्र बोस (Netaji Subhash Chandra Bose) की जयंती (birth anniversary) सोमवार को धूमधाम से मनाई गई। कांग्रेसियों ने नेताजी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर नमन किया और देश की लोकतंत्र व संविधान की रक्षा का संकल्प लिया।
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वरिष्ठ कांग्रेस नेता मुशीर इकबाल ने नेताजी को खिराज-अकीदत पेश करते हुए कहा कि नेताजी सुभाषचंद्र बोस का जन्म 23 जनवरी, 1897 को उङीसा के कटक शहर में हुआ था। उनका निधन 18 अगस्त, 1945 को हुआ। वरिष्ठ कांग्रेस नेता काशीनाथ ने कहा कि वह कांग्रेस के बड़े नेताओं में शुमार थे। वह 1938 से 1939 तक अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। उन्होंने अंग्रेजों को भारत से भगाने के लिए 1942 में आजाद हिंद फौज की स्थापना की। ‘जय हिंद’ का नारा नेताजी ने ही दिया था।
उद्योग प्रकोष्ठ हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष आमीर हसन ने कहा, नेताजी ने कहा था ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हे आजादी दूंगा’, इस नारे का ऐसा जादू भारतीय युवाओं पर हुआ कि वह आजाद हिंद फौज मे भारी संख्या में शामिल होकर अंग्रेजों को भारत से खदेड़ने में नेताजी के साथ खड़े हो गए। पूर्व जिला महासचिव स्वालेह अंसारी व अभिमन्यु यादव ने कहा कि आज एक बार फिर लोकतंत्र खतरे में है। पूर्व जिला अल्पसंख्यक चेयरमैन परवेज अहमद ने कहाकि नेताजी के सपनों को पूरा करने के लिए भारत के युवाओं, किसानों, छात्रों व महिलाओं को वर्तमान चुनौतियों से निपटने के लिए एक बार फिर से बड़े आंदोलन का रास्ता अपनाना होगा। इस अवसर पर ज़ाहिद उर्फ़ नन्हे अंसारी, डा. महेंद्र यादव, उपेंद्र कुमार भारतीय, बद्री पटवा, प्रियतम राय आदि मौजूद रहे।