पूर्वांचल

घर को स्वर्ग बनाने में नारी की विशेष भूमिकाः मीना सोनी

निरंकारी महिला समागम में महिलाओं को मिला खास संदेश, रिश्तों में मिठास और प्रेम बढ़ाने का प्रयास

भदोही (संजय सिंह). निरंकारी सद्गुरु माता सुदीक्षा महाराज की प्रेरणा से महिला समागम देश भर में आयोजित किए जा रहे हैं। इसी क्रम में निरंकारी सत्संग भवन, सुरियावां पर निरंकारी महिला संत समागम का आयोजन किया गया। महिला संत समागम में प्रयाराज (फूलपुर) से आईं निरंकारी प्रचारिका मीना सोनी ने कहा, जिस घर में परिवार के सभी सदस्य मर्यादा में रहते हुए अपनी-अपनी जिम्मेदारियों को निभाते हैं, वहां प्यार ही प्यार होता है। ऐसे घर-परिवार में शारीरिक, मानसिक अर्थात हर तरह की सुख बरसते हैं।

उन्होने कहा कि हर नारी, जो स्वयं में खुश रहना चाहती है और घर-परिवार को भी खुशमय बनाना चाहती हैं तो निरंकारी सत्संग से बेहतर कोई विकल्प नहीं है। निरंकारी सद्गुरु से ब्रह्मज्ञान प्राप्त कर लाखों घर-परिवारों में रौनक आ गई है। घर में सभी सदस्यों को सम्मान दिया जाए। मां हो या सास, बहन हो या पिता हो या ससुर, हर एक रिश्ते का अपना स्थान हैं, अपना महत्व है।

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उन्होंने कहा, जीव-जंतु और प्रकृति सब अपने स्वभाव अनुसार काम कर रहे हैं, किन्तु मनुष्य अपने मानवीय स्वभाव के विपरीत कार्य कर रहा है। जब कोई भी अपनी सीमा से बाहर जाएगा, तो समाज हो या गृहस्थ में हलचल होना स्वाभाविक है। इसलिए एक-दूसरे के स्वभाव को समझें। एक-दूसरे का सम्मान, आदर करें। जिन घरों में सत्संग होता है, वहां सास-बहू लड़ती नहीं, बल्कि मां-बेटी सरीखा प्रेम करती हैं। नारी अगर चाहे तो घर-परिवार को एकत्व की डोर में बांधे रख सकती है, इसके लिए प्रेम नम्रता और सहनशीलता के आभूषणों को धारण करना जरूरी है। तभी घर-परिवार की तस्वीर बदलेगी और सुंदर नजारा भी दिखेगा।

उन्होंने आगे कहा कि जिस घर में नारी स्वयं अपने कर्तव्यों को निस्वार्थ भाव से निभाती है और अपने बच्चों को भी बचपन से ही उस मार्ग पर चलने की शिक्षा देती है, ऐसे बच्चे बड़े होकर न केवल उंचाइयों को छूते हैं, बल्कि अपने मां-बाप, भाई-बहन, समाज व देश का नाम रोशन करते हैं। यह तभी संभव है जब हम समय से सद्गुरु की शरण में जाकर निरंकार प्रभु की जानकारी प्राप्त कर लेते हैं।

संयोजक राजेश कुमार ने आए हुए अतिथियों का स्वागत किया। सुरियावां के मुखी शिव नारायण और महिला संगत इंचार्ज उर्मिला ने सभी का आभार प्रकट किया। इस कार्यक्रम के अलावा कोनिया कटरा स्थित निरंकारी सत्संग भवन पर निरंकारी महिला समागम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में दुर्गागंज, अभिया इत्यादि जगहों से महिलाएं शामिल हुईं। संचालन तारा देवी ने किया।

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