जुड़वा बच्चों को जन्म देने के बाद प्रसूता की मौत, काफूर हुईं खुशियां
भदोही (कृष्ण कुमार द्विवेदी). रविवार को सुबह जुड़वा बच्चों को जन्म देने के बाद प्रसूता की मौत हो गई। जैसे ही इसकी जानकारी घर पहुंची, घर में मंगलगीतों की जगह करुण वेदना ने ले ली। प्रसूता की मौत से घर में जुड़वा बच्चों के आने की खुशी काफूर हो गई। बाद में परिजनों ने स्थानीय घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया। यह मामला ऊंज थाना क्षेत्र के करमैचा गांव का है।
करमैचा के रहने वाले शिवकुमार बिंद प्रवक्ता के पद पर कार्यरत हैं और मिर्जापुर जनपद के बाबू उपरौध इंटर कालेज लालगंज में तैनात हैं। उनकी पत्नी चंद्रकला बिंद (28) गर्भवती थीं। रविवार को सुबह प्रसव पीड़ा होने पर परिजन चंद्रकला को लेकर भदोही के निजी नर्सिंग होम पहुंचे, जहां पर सुरक्षित प्रसव करवाया गया।
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चंद्रकला बिंद ने एक साथ जुड़ा बच्चों (एक बेटा, एक बेटी) को जन्म दिया। बताया जाता है कि प्रसव के लगभग दो घंटे तक सबकुछ ठीकठाक रहा। जच्चा-बच्चा की सेहत ठीक थी। घर में जुड़वा बच्चों के आगमन की खुशियां मनाई जा रही थीं। इसी दौरान चंद्रकला की तबियत बिगड़ने लगी। सूचना पर डाक्टर पहुंचे, लेकिन जब तकवह हालात को समझकर संभाल पाते, काफी देर हो चुकी थी और देखते हीदेखते चंद्रकला बिंद की मौत हो गई।
जैसे ही इसकी खबर घर पहुंची, घर में कोहराम मच गया। सोहर और मंगलगीत गाने वाली महिलाएं रोने-बिलखने लगीं। जुड़वा बच्चों के जन्म के बावजूद परिजन अस्पताल पहुंचे और शव लेकर घर आए। बाद में स्थानीय गंगा घाट पर चंद्रकला बिंद का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
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दूसरी तरफ ऊंज गांव के रहने वाले सुभाषचंद्र यादव की पत्नी मीनाक्षी यादव (43) का बीमारी के चलते निधन हो गाय। बताया जाता है कि मीनाक्षी यादव को आज अचानक पेट में दर्द हुआ। दर्द असहनीय होन पर परिजन मीनाक्षी को लेकर स्थानीय निजी नर्सिंग होम पहुंचे, जहां से उसे रेफर कर दिया गया। परिजन मीनाक्षी को लेकर दूसरे अस्पताल जा रहे थे, पर पहुंचने से पहले ही मीनाक्षी की मौत हो गई।