पूर्वांचल

नई शिक्षा नीति के विभिन्न पहलुओं से रूबरू हुए बच्चे और शिक्षक

राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तृतीय वर्षगांठ कार्यक्रम का सभी परिषदीय विद्यालयों में किया गया सीधा प्रसारण

संकुल शिक्षक, एआरपी, एसआरजी ने वर्षगांठ के मौके पर विभिन्न बिंदुओं पर किया शंका समाधान

भदोही. राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) की तृतीय वर्षगांठ के मौके पर आज नई दिल्ली में आयोजित अखिल भारतीय शिक्षा समागम में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम का जिले के सभी परिषदीय विद्यालयों में सीधा प्रसारण किया गया। जिलाधिकारी गौरांग राठी और बीएसए भूपेंद्र नारायण सिंह के निर्देश पर आयोजित कार्यक्रम में नई शिक्षा नीति के विभिन्न चरणों व विशेषताओं से छात्र-छात्राओं व शिक्षकों को अवगत कराया गया।

भदोही के सभी ब्लाकों में 885 परिषदीय विद्यालयों में सभी शिक्षक, संकुल शिक्षक, एआरपी, एसआरजी ने “नई शिक्षा नीति” की तीसरी वर्षगांठ पर राष्ट्रीय शिक्षा नीति की विशेषताओं, अध्ययन-अध्यापन के विभिन्न आयामों पर प्रकाश डालते हुए छात्र-छात्रों को समझाया गया।

दर्जनभर मवेशियों के साथ पशु तस्कर गिरफ्तार, ट्रक बरामद
स्कार्पियो, होंडा सिटी में लादी राजस्थान की शराब, फिर भी भदोही में फंस गए तस्कर

दिल्ली में हुए कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी का भारत जिस लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ रहा है, उसमें हमारी शिक्षा व्यवस्था का बहुत ज्यादा महत्व है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) एक ओर हमारे भारत की प्राचीन शिक्षा व्यवस्था को सहेज रही है तो दूसरी तरफ आधुनिक साइंस एवं हाइटेक टेक्नोलॉजी में हम आगे बढ़ रहे हैं। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) का उद्देश्य बच्चों को आने वाले कल के लिए तैयार करना है। भारत का सपना है विश्व गुरु बनने का, उसमें यही बच्चे होंगे जो महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। तीन साल पहले राष्ट्रीय शिक्षा नीति की घोषणा की गई थी तो बहुत बड़ा कार्यक्षेत्र हमारे सामने था, लेकिन आप सभी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने के लिए कर्तव्य भाव एवं समर्पण दिखाया।

प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में नया पाठ्यक्रम तैयार करने के लिए क्षेत्रीय भाषाओं की पुस्तकें लाने के लिए उच्च शिक्षा के लिए देश में रिसर्च इको सिस्टम को मजबूत करने के लिए देश के शिक्षा जगत के सभी महानुभाव ने बहुत परिश्रम किया। देश के सामान्य नागरिक एवं हमारे विद्यार्थी नई व्यवस्था से भलीभांति परिचित हैं। टेन प्लस टू एजुकेशन सिस्टम की जगह अब फाइव प्लस थ्री प्लस फोर प्रणाली पर अमल हो रहा है।

पढ़ाई की शुरुआत अब तीन साल की आयु से होगी। तीन से आठ साल के बच्चों के लिए करिकुलम तैयार हो गया है, बाकी के लिए जल्द ही तैयार हो जाएगा। एनसीईआरटी नई पाठ्य पुस्तके तैयार कर रही है, जिससे 12वीं कक्षा तक लगभग 130 विषयों की नई किताबें आ रही हैं। शिक्षा क्षेत्रीय भाषाओं में दी जानी है। अब शिक्षा 22 क्षेत्रीय भाषाओं में होगी। मातृभाषा में पढ़ाई होने से भारत के युवा टैलेंट के साथ अब असली न्याय की शुरुआत होने जा रही है। अब सोशल स्टडी से लेकर इंजीनियरिंग तक की पढ़ाई भारतीय भाषाओं में होगी।

नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) से देश की सभी भाषाओं को बढ़ावा मिलेगा। एक ऐसी पीढ़ी जो साइंस से लेकर स्पोर्ट्स तक भारत का नाम रोशन करें, भारत का नाम आगे बढ़ाएं, इसमें राष्ट्रीय शिक्षा नीति की बहुत बड़ी भूमिका है। भारत के हर युवा को समान शिक्षा मिले, शिक्षा के समान अवसर मिलें। जब हम समान शिक्षा एवं समान अवसरों की बात करते हैं तो यह केवल स्कूल खोल देने से नहीं हो जाती है। समान शिक्षा का मतलब हर बच्चे की समझ से है, जो स्थान, वर्ग, क्षेत्र के कारण शिक्षा से वंचित न रहे।

आधा दर्जन स्कूल पीएमश्री स्कूल के रूप में चयनितः गांव-शहर, अमीर-गरीब हर वर्ग में एक जैसा अवसर मिले। आज देश के सुदूर क्षेत्रों में 1000 स्कूलों को पीएमश्री स्कूल के तौर पर अपडेट किया जा रहा है। आदिवासी इलाकों में एकलव्य आदिवासी स्कूल भी खोले जा रहे हैं। बच्चे अब दीक्षा एवं अन्य माध्यमों से पढ़ाई कर रहे हैं। शिक्षा अब केवल किताबों तक सीमित ना हो, बल्कि प्रैक्टिकल लर्निंग का हिस्सा बने। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में अब नये तरीकों से पढ़ाई होगी, यह पढ़ाई इंटरएक्टिव एवं इंटरेस्टिंग होगी।

पीएमश्री विद्यालय के रूप में भदोही जिले के प्राथमिक विद्यालय रयाँ (भदोही ब्लॉक), प्राथमिक विद्यालय बेलहुआ (डीघ ब्लॉक), कंपोजिट विद्यालय  झउआं (औराई ब्लॉक), कंपोजिट विद्यालय बरमोहनी (सुरियावां ब्लॉक), कंपोजिट विद्यालय गोपलहा (अभोली ब्लॉक), विभूति नारायण राजकीय इंटर कॉलेज ज्ञानपुर (ज्ञानपुर ब्लॉक) चयनित किए गए हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button