वाराणसी-प्रयागराज और जौनपुर-मिर्जापुर के केंद्र में बना है औराई का बस अड्डा
भदोही (विष्णु दुबे). सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं का लाभ आमजन तक तभी पहुंचता है जब सिस्टम से जुड़े लोग योजनाओं के क्रियान्वयन में पूरी ईमानदारी बरतें, लगन से काम करें। पर, सरकारी नौकरी में कौन इतनी फिकर (फिक्र) करता है। कुछ इसी तरह की अव्यवस्था का शिकार है जीटी रोड (प्रयागराज-वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग) के निकट औराई में बनाया गया परिवहन निगम का बस स्टैंड।
जीटी रोड पर बनाया गया यह बस स्टैंड जिले के लिए काफी महत्वपूर्ण है। क्योंकि पूरब से पश्चिम में यह वाराणसी से प्रयागराज को और उत्तर से दक्षिण में जौनपुर को मिर्जापुर से जोड़ता है। मौजूदा समय में पिछले पखवारेभर से इस बस अड्डे पर सन्नाटा पसरा हुआ है। हवाला दिया जा रहा है कि सावन (कांवड़ यात्रा) की वजह से बसों का संचालन बंद कर दिया गया है।
हकीकत यह है कि प्रयागराज से वाराणसी को जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग की सिर्फ एक लेन ही कांवड़ियों के लिए आरक्षित की जाती है, जबकि दूसरी लेन पर आवागमन जारी रहता है। बसों का संचालन नहीं होने से यात्रियों को वाराणसी, प्रयागराज, मीरजापुर, जौनपुर के आवागमन में परेशानी उठानी पड़ रहीहै।
मीरजापुर, वाराणसी, प्रयागराज, जौनपुर डिपो की सभी बसें औराई बस स्टैंड में न आकर बाहर से ही निकल जाती हैं। बस अड्डे में बसों के न आने से यहां आने वाले यात्रियों की संख्या भी शून्य हो गई है। अज्ञानता में बहुत से यात्री घंटों इंतजार के बाद वापस लौट रहे हैं।
औराई में 2.32 करोड़ की लागत से नवनिर्मित रोडवेज बस स्टैंड का लाभ यात्रियों को सिर्फ इसलिए नहीं मिल पा रहा है, क्योंकि विभागीय लापरवाही के कारण बसों का संचालन बाहर-बाहर किया जा रहा है। यात्रियों का आरोप है कि बस अड्डे पर सही जानकारी भी नहीं दी जाती है।
उक्त प्रकरण में सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक (वाराणसी) गौतम कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि औराई बस अड्डे में बसों के न रुकने की शिकायत मिलीहै। इसके लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। स्थानीय यात्रियों की समस्या को देखते हुए एसडीएम औराई बरखा सिंह ने भी इस मसले को प्रमुखता से देखे जाने की बात कही है।