गैरहाजिर जिम्मेदारों का एक दिन कावेतन रोकने का निर्देश, कार्यशैली में सुधार की हिदायत, आरटीओ दफ्तर में मिले दो बाहरी व्यक्ति
भदोही (संजय सिंह). सरकारी कार्यालयों को दलालों से मुक्त बनाने, प्रशासनिक व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने और योजनाओं का लाभ आमजन तक पहुंचाने के उद्देश्य से सोमवार को कई दफ्तरों में औचक छापा मारकर निरीक्षण किया। डीएम विशाल सिंह के साथ एडीएम (वित्त) वीरेंद्र मौर्य साथ कई अन्य अधिकारियों ने सरकारी दफ्तरों की हकीकत देखी।
पूर्वाहन 11 बजे में डीएम ने मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान ने विभिन्न कक्षों में जाकर उपस्थिति पंजिका, अलमारी, रखरखाव, दस्तावेज, साफ सफाई का निरीक्षण करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिया। सीएमओ दफ्तर में 20 अधिकारियों/कर्मचारियों के अनुपस्थित रहने पर उनका एक दिन का वेतन/ मानदेय रोकने का निर्देश दिया। इसके बाद वह संयुक्त जिला चिकित्सालय पहुंचे, जहां 10 डॉक्टरों/कर्मचारी गायब मिले। यहां भी एक दिन के वेतन पर रोक लगाई।
इसके पश्चात डीएम ने सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी कार्यालय के निरीक्षण किया। इस दौरान पटल के कर्मचारियों से पूछताछ की। फाइलों के रखरखाव, आवश्यक दस्तावेज, साफसफाई का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान दो अनाधिकृत व्यक्ति कैंपस में दिखने पर पुलिस को पूछताछ के लिए सुपुर्द कर दिया गया।
डीएम के निर्देश पर एडीएम (वित्त) कुंवर वीरेंद्र मौर्य ने महाराज चेतसिंह जिला चिकित्सालय, जिला पूर्ति अधिकारी कार्यालय, जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय, तहसील ज्ञानपुर परिसर का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान पटल पर कार्य कर रहे कर्मचारियों से फाइल, अलमारी, दस्तावेज की जानकारी लेते हुए कार्यालय में साफ सफाई एवं अच्छे कार्य संस्कृति पर जोर दिया गया।
अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) शिव नारायण सिंह, उप जिलाधिकारी ज्ञानपुर अरुण कुमार गिरी, डिप्टी कलेक्टर शिव प्रकाश यादव, आकाश कुमार द्वारा भी विभिन्न कार्यालय का औचक निरीक्षण किया गया।
डीएम, एडीएम और एसडीएम के द्वारा विभिन्न दफ्तरों का निरीक्षण करने से दिनभर हड़कंप की स्थिति बनी रही। आधिकारी, कर्मचारी देर शाम तक कार्यालय खोलकर शासकीय कार्य निपटाते रहे। जिलाधिकारी ने जनपद के सभी विभागाध्यक्षों, कार्याध्यक्षों, अधिकारियों/कर्मचारियों को निर्देशित किया कि जनहित में ससमय कार्यालय में उपस्थित रहकर जन शिकायतों व शासकीय कार्यों को निस्तारण करें। शासकीय कार्यों में शिथिलता व लापरवाही बरतने पर विधिक कार्रवाई करते हुए उनके विरुद्ध प्रतिकूल प्रविष्टि शासन को प्रेषित कर दिया जाएगा।