खेती-किसानी में मन लगता है तो बनें कृषि वैज्ञानिकः ऋषभ शर्मा
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर साइंस की ओर से प्रॉमिसिंग करियर स्कोप इन एग्रीकल्चर पर एल्युमिनाई टॉक
मुरादाबाद. यदि आप अभिनव हैं। खेती-किसानी से लगाव है। कृषि क्षेत्र में काम करना चाहते हैं तो आपके लिए कृषि वैज्ञानिक बेहतर करियर होगा। कृषि विज्ञान का क्षेत्र नौकरी की विविधताओं के विभिन्न करियर के अवसर प्रदान करता है। यह जानकारी देते हुए अदम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के टेरिटरी मैनेजर ऋषभ शर्मा ने कहा, कृषि इंजीनियर कृषि और इंजीनियरिंग के सिद्धांतों को लागू करता है। कृषि इंजीनियर खेती की नई तकनीक और उपकरण डिजाइन एवम् विकसित करते हैं, जो खेती को स्थिरता, सुरक्षा और पर्यावरण के अनुकूल बनाने में मदद करते हैं।
ऋषभ शर्मा ने कहा कि कृषि वैज्ञानिक के रूप में कृषि उत्पादकता का अध्ययन, आकलन और मूल्यांकन करना शामिल हैं। तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर की ओर से आयोजित एल्युमिनाई टॉक में बतौर चीफ गेस्ट ऋषभ शर्मा ने कृषि के क्षेत्र मेंविभिन्न जाब प्रोफाइल्स के बारे में विस्तार से चर्चा की।
उन्होंने बताया, कृषि निरीक्षक खाद्य जनित बीमारियों को रोकने और सभी को स्वस्थ भोजन उपलब्ध कराने के लिए काम करता है। वह निरीक्षण करके बताता है कि खेत की फसलों से संसाधित भोजन या प्रसंस्करण सुविधा का कच्चा मांस खाने के लिए स्वस्थ है या नहीं।
कृषि प्रबंधक खेतों और फसलों का उत्पादन करने वाली अन्य सुविधाओं को चलाने के सभी पहलुओं की देखरेख करता है। एक कृषि प्रबंधक के कर्तव्यों में योजना बनाना, पर्यवेक्षण करना और कभी-कभी रोपण, निषेचन और कटाई प्रक्रिया में भाग लेना शामिल है। कृषि वैज्ञानिक के रूप में करियर चुनने वाले स्टुडेंट्स मिट्टी के संरक्षण और प्रबंधन के तरीकों को विकसित करने से संबंधित होते हैं।
वे प्रयोग करते हैं और नई फसलें विकसित करते हैं। अपने शोध और निष्कर्षों के अनुसार विस्तृत रिपोर्ट तैयार करते हैं। इसके पूर्व अदम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के टेरिटरी मैनेजर ऋषभ शर्मा ने एल्युमिनाई रिलेशन्स सेल-एआरसी के ज्वाइंट रजिस्ट्रार प्रो. निखिल रस्तोगी, डा. शाकुली सक्सेना के संयुक्त रूप से मां सरस्वती के समक्ष दीप जलाकर कार्यक्रम का आगाज किया।