
The live ink desk. अमेरिका की राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड ने कहा है कि इस्लामी उग्रवाद देश की सुरक्षा के लिए सबसे गंभीर खतरा है। अमरीका की राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड ने कहा है कि बांग्लादेश में हिंदुओं सहित अन्य अल्पसंख्यकों के लगातार उत्पीड़न को लेकर अमरीका बहुत चिंतित है। एक निजी चैनल को दिए साक्षात्कार में उन्होंने बांग्लादेश में बिगड़ती स्थिति की आलोचना की और चरमपंथी ताकतों तथा इस्लामी आतंकवाद से निपटने में ट्रम्प प्रशासन के दृढ़ संकल्प के बारें में बताया।
उन्होंने चेताया कि यह खतरा केवल अमेरिका ही नहीं, बल्कि पश्चिमी सभ्यता के लिए भी गंभीर रूप से खतरनाक है। गबार्ड ने वार्षिक अमेरिका महोत्सव के दौरान बताया कि इंटरनेट और सोशल मीडिया के माध्यम से युवाओं को कट्टरपंथी विचारधारा की ओर मोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि क्रिसमस के अवसर पर भी इस्लामी विचारधारा का असर महसूस किया जा रहा है। जर्मनी में क्रिसमस बाजार रद्द किए जा रहे हैं, जबकि अमेरिका के मिशिगन, मिनियापोलिस और मिनेसोटा में कुछ मौलवियों द्वारा इस विचारधारा का खुलेआम प्रचार किया जा रहा है।
तुलसी गबार्ड ने कहा कि इस वर्ष की शुरुआत में इस्लामिक संगठनों की एक बैठक में अमेरिका में कई क्षेत्रों में शरिया कानून लागू करने की मांग उठी। उन्होंने बताया कि ह्यूस्टन जैसे स्थानों पर यह पहले से प्रभावी है, और पैटरसन, न्यूजर्सी में लोग इसे पहले मुस्लिम शहर के रूप में स्वीकार करने में गर्व महसूस कर रहे हैं। गबार्ड ने चेताया कि इस्लामी कानूनों को लोगों पर थोपने की कोशिश की जा रही है, जिसका सामना करना आवश्यक है।
उनका स्पष्ट संदेश था कि अमेरिका और पश्चिमी दुनिया को इस वैचारिक खतरे से सतर्क रहकर निपटना होगा। तुलसी गाबार्ड ने 17 दिसंबर को अपने एक्स एकाउंट पर भी अपने विचार साझा किए हैं।

