The live ink desk. रक्तपात, भीषण हिंसा के बीच शांति के लिए नोबेल पुरस्कार विजेता, अर्थशास्त्री मोहम्मद यूनुस ने अंतरिम सरकार के प्रमुख पदकी शपथ ली। राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। अपदस्थ पीएम शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद से ही बांग्लादेश में लूटपाट, रेप, आगजनी, तोड़फोड़ की घटनाएन अनवरत जारी हैं।
तय समय के मुताबिक गुरुवार की देर शाम अंतरिम सरकार के शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अंतरिम सरकार ने बांग्लादेश को दंगे और रक्तपात की आग में झोंकने वाले दो आंदोलनकारी छात्रों कोभी जगह दी गई है। यह दोनों भी बांग्लादेश कीअंतरिम सरकार का हिस्सा होंगे।
जिस वक्त शेख हसीना ने बांग्लादेश छोड़ा था, उस समय मोहम्मद यूनुस इलाज के लिए बाहरगए थे। गुरुवार को ही वह पेरिस से ढाका लौटे हैं।
यूनुस ने हवाईअड्डे पर मीडिया से बातचीत में कहा, “देश में एक बहुत सुंदर राष्ट्र बनने की संभावना है।” हमारे छात्र हमें जो भी रास्ता दिखाएंगे, हम उस पर आगे बढ़ेंगे। मोहम्मद यूनुस अंतरिम सरकार में मुख्य सलाहकार होंगे, जिन्हें 170 मिलियन लोगों के दक्षिण एशियाई देश में नये सिरे से चुनाव कराने का काम सौंपा गया है”।
मेजर जनरल जिआ-उल अहसन बर्खास्त
दूसरी तरफ बांग्लादेश में मेजर जनरल जिया-उल अहसन को बर्खास्त कर दिया गया है। लेफ्टीनेंट जनरल मोहम्मद सैफुल आलम को विदेश मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। मोहम्मद मुजीबुर्रहमान को जीओसी आर्मी ट्रेनिंग, लेफ्टीनेंट जनरल अहमद तबरेज शम्स चौधरी को सेना का क्वार्टर मास्टर जनरल बनाया गया है, साथ ही सात बड़े अधिकारियों का तबादला भी किया गया है।
27 जिलों में हिंदू परिवारों को बनाया निशाना
शेख हसीना को अपदस्थ करने वाला छात्र-नेतृत्व वाला आंदोलन जुलाई में सरकारी नौकरियों में कोटा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन से बढ़ा और हिंसा की घटनाएं सामने आईं। शेख हसीना के देश छोड़कर चले जाने के बाद इस हिंसा ने दूसरा मोड़ ले लिया और हिंदुओं पर हमले होने लगे। सैकड़ों हिंदू परिवारों के मकानों को फूंका गया। लूटपाट, बलात्कार हुए। अवामी लीग के दो दर्जन सेअधिक नेताओं को जिंदा फूंक दिया गया।