The live ink desk. अनंतनाग के कोकरनाग जिले में स्थित गडोल के जंगलों (गागरमांडू इलाका) में सेना और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में सेना के दो जवान शहीद हुए हैं। तीन जवान समेत दो ग्रामीण गंभीर रूप से जख्मी हैं। इस मुठभेड़ के बाद मौके पर सुरक्षा बलों की अतिरिक्त टीम को मौके पर लगाया गया है। आतंकियों की तलाश जारी है। जो ग्रामीण घायल हुए हैं, उन पर आतंकियों के मददगार होने का भी शक है।
इस हमले के बाद सेना ने पूरी तरह से मोर्चा संभाल लिया है। घेराबंदी में कई आतंकियों के फंसे होने की खबर है। बताया जा रहा है कि यह उन्ही आतंकियों का दल है, जिसने 16 जुलाई को डोडा जनपद में सेना की टुकड़ी पर घात लगाकर हमला किया था। अनंतनाग के कापरन इलाके में आतंकियों के दाखिल होने के इनपुट के बाद सेना, सीआरपीएफ गडोल के जंगलों में तलाशी अभियान चला रही थी, इसी दौरान यह मुठभेड़ हुई।
आतंकियों का स्केच जारी, पांच लाख इनाम
दूसरी तरफ शनिवार को कठुआ पुलिस (जेएंडके) ने चार आतंकवादियों का स्केच जारी किया है। इन आतंकवादियों को कठुआ जिले के कई हिस्सों में देखा गया है। पुलिस ने प्रत्येक आतंकवादी के बारे में सूचना देने पर पांच लाख रुपये का नगद इनाम देने की घोषणा की है। पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि आतंकवादियों की सूचना देने वालों की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी।
आठ जुलाई को बदनोटा में हुआ था हमला
बताते चलें कि इसी साल 8 जुलाई को कठुआ के बदनोटा इलाके में हुए आतंकवादी हमले में सेना के चार जवान वीरगति को प्राप्त हुए थे और छह घायल हो गए थे। जम्मू क्षेत्र में आतंकवादी घटनाएं बढ़ने की सूचना मिलने के बाद से ही जम्मू-कश्मीर पुलिस, सेना, सीआरपीएफ और अन्य एजेंसियों को अलर्ट पर रखा गया है और इन इलाकों में तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है।
नौ जून को रियासी में बस पर हुआ हमला
बीते दो माह के दौरान जम्मू-कश्मीर में कुल 13 आतंकी हमले और मुठभेड़ की घटनाएं हो चुकी हैं। नौ जून को रियासी में श्रद्धालुओं से भरी बस पर आतंकी हमला हुआ, जिसमें नौ तीर्थयात्रियों की मौत हुई, जबकि 41 घायल हुए। इसके बाद 11 जून को कठुआ में मुठभेड़ में दो विदेशी आतंकी मारे गए, एक सीआरपीएफ के जवान ने बलिदान दिया। इसी दिन डोडा में आतंकी हमले में पांच जवान और एक अधिकारी घायल हुआ।
कठुआ, डोडा में 10 जवानों ने दी शहादत
12 जून को डोडा में आतंकी हमले में एक पुलिस कर्मी घायल हुआ। 26 जून को डोडा में हुई मुठभेड़ में तीन आतंकी मारे गए। सात जुलाई को राजौरी में सुरक्षा चौकी में आतंकियों नेहमला, किया, जिसमें सेना का एक जवान घायल हुआ। आठ जुलाई को कठुआ जिले में सेना पर हुए हमले में पांच जवानों ने शहादत दी और पांच जवान घायल हुए। 16 जुलाई को डोडा में मुठभेड़ के दौरान कैप्टन सहित चार जवानों ने वीरगति पाई।
एलओसी और केरन में घुसपैठ की कोशिश
18 जुलाई को कुपवाड़ा के केरन सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश की गई, जिसमें दो आतंकी मारे गए। 18 जुलाई को ही डोडा में हमला किया गया, जिसमें दो जवान घायल हुए। 22 जुलाई को राजौरी में शौर्य चक्र से सम्मानित ग्रामसुरक्षा समूह के सदस्य के मकान पर आतंकी हमला हुआ। 24 जुलाई को कुलगाम में आतंकियों से मुठभेड़ हुई। यहां एक आतंकी हलाक हुआ तो एक जवान ने वीरगति पाई। 27 जुलाई को एलओसी (कुपवाड़ा) में पाक के बैट कमांडो ने हमला किया। यहां बैट कमांडो मारा गया, जबकि एक जवान ने वीरगति पाई।
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