आरआरसी सेंटर का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में कचरे का प्रबंधन करनाः सीडीओ
भदोही (संजय सिंह). मुख्य विकास अधिकारी डा. शिवाकांत द्विवेदी ने स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) ओडीएफ फेज 2 के तहत चयनित 30 मॉडल गांवों में रिसोर्स रिकवरी सेंटर (आरआरसी) का शुभारंभ किया। सभी स्थानों पर नामित अधिकारी मौजूद रहे। उन्होंने वृक्षारोपण कर स्वच्छता वाहन को हरी झंडी दिखाई।
सीडीओ ने ज्ञानपुर के सरई राजपूतानी में निर्मित आरआरसी सेंटर का उद्घाटन किया। उन्होंने हरी झंडी दिखाकर स्वच्छता हेतु उपलब्ध वाहन का शुभारंभ किया। सीडीओ ने आरआरसी पर बाउंड्री व वर्मी कंपोस्ट गड्ढे पर शेड लगवाने के लिए बीडीओ को निर्देशित किया।
सीडीओ ने बताया कि मंगलवार को चयनित 30 मॉडल गांवों में आरआरसी सेंटर के संचालन की शुरुआत की गई है। आने वाले दिनों में सभी ग्राम पंचायतों में आरआरसी का निर्माण कराया जाएगा। आरआरसी सेंटर का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में कचरे का प्रबंधन करना और संसाधनों को पुनर्प्राप्त करना है। यह सेंटर ग्राम पंचायत पिपरीस में निर्मित किया गया है और इसका संचालन स्थानीय स्तर पर किया जाएगा।
आरआरसी सेंटर में कचरे को संग्रहित किया जाएगा और फिर उसे अलग-अलग श्रेणियों में बांटा जाएगा। इसके बाद, कचरे को पुनर्प्राप्त किया जाएगा और संसाधनों का उपयोग किया जाएगा। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा, “आरआरसी सेंटर का शुभारंभ एक महत्वपूर्ण कदम है स्वच्छ भारत मिशन की दिशा में। हमें उम्मीद है कि यह सेंटर ग्रामीण क्षेत्रों में कचरे का प्रबंधन करने में मदद करेगा और संसाधनों का पुनर्प्राप्त करने में भी मदद करेगा।”
इसी क्रम में नामित अधिकारियों- जिला विकास अधिकारी द्वारा अमीलौर उपरवार, परियोजना निदेशक डीआरडीए द्वारा दुलम दासपुर, उपायुक्त मनरेगा द्वारा भवानीपुर उपरवार में आरआरसी केंद्र का शुभारंभ किया गया।
जिला समाज कल्याण अधिकारी ने छत्रशाहपुर, बीएसए ने बहुता चकडाही, जिला प्रोवेशन अधिकारी ने आनंदडाही, क्रीडा अधिकारी ने उपरौठ, जिला कार्यक्रम अधिकारी ने जद्दूपुर, अधिशासी अभियंता (जल निगम) ने बिहरोजपुर, युवा कल्याण अधिकारी ने जोरई, डीआईओएस ने भोरी, उपनिदेशक (कृषि) ने अभोली में आरआरसी सेंटर का शुभारंभ किया।