प्रयागराज (आलोक गुप्ता). प्रयागराज के धूमनगंज थाना क्षेत्र में दिनदहाड़े हुई गवाह उमेश पाल की हत्या (Umeshpal murder case) के प्रकरण में मुकामी पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। योगी सरकार की सुरक्षा व्यवस्था को खुलेआम चुनौती देने वाली इस लोमहर्षक घटना में पूर्व सांसद अतीक अहमद (Atiq Ahmed), भाई अशरफ (brother Ashraf), पत्नी शाइस्ता परवीन ( Shaista Parveen), गुड्डू मुस्लिम, गुलाम, अतीक अहमद के दो बेटों समेत नौ साथी व सहयोगियों को आरोपी बनाया गया है। इस वारदात में उमेश पाल के साथ-साथ गनर संदीप की भी मौत हो चुकी है।
बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मुख्य गवाह रहे उमेश पाल की हत्या की तहरीर पत्नी जयापाल ने धूमनगंज पुलिस को दी है। धूमनगंज पुलिस ने अपराध संख्या 0114-23, धारा 147, 148, 149, 302, 307,120बी, 506, 34, विस्फोटक अग्नि विस्फोटक अधिनियम 1908(3), आपराधिक कानून संशोधन अधिनियम 1932 (7) के तहत मामला दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है।
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मामले में अब तक कई सीसीटीवी फुटेज सामने आए हैं, जिसमें हमलावर खुलेआम सड़क पर, गली में फायरिंग करते और बम फेंकते दिख रहे हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस वारदात को अंजाम देने के लिए पूरा प्लान बनाया गया था, जिसमें आधा दर्जन से अधिक लोग शामिल हो सकते हैं। पूरी तरह से फिल्मी अंदाज में हुई इस हत्या में शामिल हमलावर चारों तरफ पहले से फैले हुए थे। मृतक उमेश पाल के घरवाली गली में भी शूटर पहले से मौजूद थे। यही नहीं इस वारदात को अंजाम देने के लिए लंबे समय तक रेकी की गई होगी। वारदात को अंजाम देने के बाद निकलने के लिए सेफ पैसेज भी तलाशे गए होंगे।
डीजीपी ने तलब की पूरी रिपोर्टः उमेश पाल हत्याकांड को लेकर डीजीपी ने सख्ती दिखाते हुए पूरी रिपोर्ट तलब की है। डीजीपी डीएस चौहान ने प्रयागराज कमिश्नरेट से वारदात की रिपोर्ट तलब करने के साथ-साथ लखनऊ मुख्यालय की एसटीएफ यूनिट से कई अधिकारियों को प्रयागराज भेजा गया है।
फिलहाल अब पुलिस की टीमों ने जेल में बंद अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ से मिलने वालों की छानबीन शुरू कर दी है। माफिया अतीक अहमद के खिलाफ 54 मुकदमे विचाराधीन हैं। यही नहीं, प्रदेश में जब से योगी सरकार आई है, अतीक अहमद के खिलाफ लगातार कार्यवाही की जा रही है। बीते पांच साल में ही 1200 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति को कुर्क किया जा चुका है।