समाजसेवी शमील शमसी ने लगाए आरोप, कहा- पिछले एक दशक में पैसे लेकर कालेज में की गईं भर्तियां
लखनऊ (the live ink desk). शिया पीजी कालेज, लखनऊ (Shia PG College) में पैसे लेकर भर्तियां की जा रही हैं। कालेज में एक ही परिवार के लोगों को भर्ती किया जा रहा है। कालेज प्रबंधन पर यह सनसनीखेज आरोप लगाया है समाजसेवी शमील शमसी ने। शमील शमसी का आरोप है कि पिछले 10 से 12 सालों में जितनी भर्तियां हुई हैं, सभी में पैसे लिए गए।
आरोपित है कि सभी प्रकार की भर्तियों के रेट फिक्स होते हैं, जिसकी जैसी पोस्ट होती है, उससे उतना ही पैसा लिया जाता है और रिश्वत की यह रकम 40-50 लाख रुपये तक वसूली गई। जिसने पूरे पैसे दे दिए, उसका चयन पक्का होजाता है।
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समाजसेवी शमील शमसी (Shamil Shamsi) काआरोप है कि उक्त कालेज में ले-देकर भर्तियां करने के अलावा भाई-भतीजावाद भी जोरों पर है। कालेज प्रबंधन ने सारे नियमों को ताख पर रखते हुए एक ही परिवार के कई लोगों को नौकरियां दी गईं। इसकी जांच की जानी चाहिए कि क्या एक ही परिवार में काबिल लोग हैं। यहां पर तीन सगे भाई और घर की दो बहुएं असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं। इसके अलावा कालेज का मैनेजर भी रिश्तेदार है।
शमील शमसी ने कहा कि अभी हाल ही में दो फैकल्टी का इंटरव्यू था और जिनको पहले ही कालेज में लिया जाना था, वो नाम मैंने पहले ही उजागर कर दिए थे। इस खुलासे और कड़े प्रतिरोध के बाद अभी तक उन नियुक्तियों को अप्रूवल नहीं मिल पाया है, लेकिन ये लोग पैसे के बल पर अप्रूवल कराने में लगे हुए हैं, यदि ऐसा होता है तो इस मामले को ऊपर ले जाया जाएगा।
शमील शमसी (Shamil Shamsi) का आरोप है कि जिस एक परिवार के लोग कालेज में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं, वह कभी भी क्लास रूम में नहीं जाते, क्योंकि उनकी डिग्रियां फर्जी हैं और ऐसे में अपनी जगह प्राइवेट टीचर्स को रखकर कक्षाओं का संचालन किया जाता है। इसकी जानकारी क्लास में पढ़ने वाले किसी भी बच्चे से ली जा सकती है। मोटी पगार उठाने वाले यह असिस्टेंट प्रोफेसर अपना दूसरा व्यवसाय संभालते हैं।
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शमील शमसी ने कहा कि आरोपों की हकीकत खंगालनी हो तो विश्वविद्यालय के द्वारा कक्षाओं में सीसीटीवी लगवा दिए जाएं, हकीकत सामने आ जाएगी। इस पूरे मामले में लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति और वहां का स्टाफ भी भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने में लगा हुआ है। शमील शमसी ने कहा कि हर छोटी-बड़ी सरकारी भर्ती के लिए एक आयोग या फिर संस्थान बना हुआ है तो शिया पीजी कालेज में भी भर्ती आयोग के जरिए हो।
चेतावनी दी है कि यदि उनकी बातों पर अमल नहीं किया गया तो चांसलर का घेराव कर अनिश्चित कालीन धरना दिंया जाएगा। दूसरी तरफ शिया कालेज प्रशासन ने शमील शमसी के द्वारा लगाए गए सारे आरोपों को बेबुनियाद और निराधार बताया है। कालेज प्रशासन का कहना है कि यदि शमील शमसी के पास कोई साक्ष्य है तो वह उसे प्रस्तुत करें।
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