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सूचना मिलते ही रवाना की जाए 102 और 108 एंबुलेंसः जिलाधिकारी

प्रसव के उपरांत प्रसूताओं को 24 घंटे की निगरानी में रखने और एंबुलेंस से घर भेजने का निर्देश

जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने की योजनाओं की समीक्षा

भदोही (कृष्ण कुमार द्विवेदी). जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने कहा, डिलिवरी के तुरंत बाद प्रसूता को डिस्चार्ज न करें। 24 घंटे के आब्जर्वेशन के बाद ही अस्पताल से छोड़ा जाए। इमरजेंसी में मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराने के लिए 102 और 108 एंबुलेंस सेवा की समय से उपलब्धता सुनिश्चित करवाई जाए, ताकि लोगों को समय से इलाज मिल सके। इसके लिए उन्होंने एंबुलेंस मैनेजर/संचालकों को सख्त निर्देश दिया। जिलाधिकारी आर्यका अखौरी कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्वास्थ समिति की बैठक में भाग ले रही थीं। उन्होंने जननी सुरक्षा योजना, संस्थागत प्रसव, टीकाकरण एवं गर्भवती महिलाओं का स्वास्थ्य परीक्षण कराए जाने की समीक्षा की।

समय से एंबुलेंस की उपलब्धता सुनिश्चित कराने का निर्देश देते हुए डीएम ने परिवार कल्याण कार्यक्रम, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के प्रचार-प्रसार का निर्देश दिया। बताया कि 25 से 30 अगस्त तक अंत्योदय आयुष्मान पखवाड़ा चलाया जा रहा हैं, जिसमें जनसेवा केंद्रों एवं आरोग्य मित्रों के माध्यम से गांवों में निशुल्क आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं।

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सीएमओ डॉ. संतोष कुमार चक ने स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी दी। इस पर जिलाधिकारी ने गर्भवती महिलाओं की समय से समस्त जांच करावाने, संस्थागत एवं सरकारी अस्पतालों में प्रसव कराने का निर्देश दिया। साथ ही श्रमिक कार्डधारकों के तहत पंजीकृत श्रमिकों व अंत्योदय कार्डधारकों को आयुष्मान गोल्डन कार्ड योजना का लाभ देने के लिए कहा।

जिलाधिकारी ने मातृ व शिशु मृत्यु दर में कमी लाने, टीकाकरण कराने, स्वास्थ्य योजनाओं को नियमित समीक्षा करने का निर्देश दिया। इसके अलावा संस्थागत प्रसव के कार्य में माह अगस्त तक कराए गए प्रसव में नाराजगी व्यक्त की और संस्थागत प्रसव और बढ़ाने का निर्देश दिया। उन्होंने जीएसएसके योजना के तहत शत-प्रतिशत महिलाओं को संस्थागत प्रसव के उपरांत निशुल्क एंबुलेंस से घर तक पहुंचाने की व्यवस्था कराने का निर्देश दिया।

चिकित्सालयों में ओपीडी प्रगति, आयुष्मान भारत-पीएम जन आरोग्य योजना, आयुष्मान कार्ड वितरण, जन्म पंजीकरण,  जननी सुरक्षा योजना, पीएम मातृत्व वंदना योजना, राष्ट्रीय दृष्टिहीनता निवारण कार्यक्रम, राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम, वेक्टर जनित रोग, न्यूबॉर्न स्टेबलाइजेशन यूनिट की समीक्षा की।

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