यूपी, बिहार, दिल्ली समेत सात राज्यों 253 राजनीतिक दल इलेक्शन कमीशन की सूची से बाहर
मई 2022 में 87 और जून में 111 निष्क्रिय दलों को चुनाव आयोग ने घोषित किया था निष्क्रिय
नई दिल्ली (The live ink desk). इलेक्शन कमीशन ने देश के सात राज्यों के 253 राजनीतिक दलों को निष्क्रिय घोषित कर दिया है। इन सभी राजनीतिक दलों की तरफ से पंजीकरण करवाया गया था, लेकिन जांच के दौरान 86 दल पूरी तरह से मौजूद ही नहीं मिले। इसके अलावा अन्य की भी जांच की गई, जिसमें 253 राजनीतिक दलों की तरफ से न तो कोई पत्र रिसीव हुआ और न ही किसी नोटिस का जवाब दिया गया। बताते चलें कि चुनाव आयोग ने इसी वर्ष मई में 87 और जून महीने में कुल 111 दलों को सूची से बाहर किया था।
भारतीय चुनाव आयोग ने यह कार्यवाही मंगलवार को की है। चुनाव ने मंगलवार को 253 पंजीकृत लेकिन गैर मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को निष्क्रिय घोषित कर दिया है, साथ ही चुनाव चिन्ह आदेश 1968 का लाभ लेने से भी प्रतिबंधित कर दिया है। निर्वाचन आयोग ने अपने आदेश में कहा है कि 86 अन्य अस्तित्वहीन राजनीतिक दलों को भी सूची से हटा दिया जाएगा।
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चुनाव आयोग के मुताबिक नियमों का उल्लंघन करने वाले वाले इन सभी 339 दलों के खिलाफ कार्यवाही होगी। 25 मई 2022 से अब तक निष्क्रिय घोषित किए जान वाले राजनीतिक दलों की संख्या 537 हो गई है। चुनाव आयोग ने जिन राजनीतिक दलों को निष्क्रिय घोषित किया है, वह राजनीतिक दल उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली, कर्नाटक, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और तेलंगाना के हैं। आयोग ने मुख्य चुनाव अधिकारियों से मिली रिपोर्ट के आधार पर उक्त निर्णय लिया है।
बताया जाता है कि पंजीकृत उक्त दलों के द्वारा चुनावआयोग के किसी भी पत्र या नोटिस का जवाब नहीं दिया और न ही इन दलों के द्वारा विधानसभा चुनाव 2014 व आम चुनाव 2019 में हिस्सा लिया था। आयोग के मुताबिक इन दलों के द्वारा वर्ष 2015 से अब तक लगातार नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। यह जरूरी आवश्यकताओं को भी पूरा करने में नाकाम रहे हैं।