लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, किसी भी जाति, मत-मजहब अथवा संप्रदाय से जुड़े हुए देवी-देवता, महापुरुषों अथवा साधु-संतों के विरुद्ध अपमानजनक टिप्पणी अस्वीकार्य है। विरोध के नाम पर अराजकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
दशहरा, दीपावली के मद्देनजर सरकारी आवास पर मुख्यमंत्री बैठक कर रहे थे। मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, अपर मुख्य सचिव गृह एवं अन्य विभागों के अधिकारियों संग हुई बैठक में सीएम ने कहा कि प्रत्येक मत और संप्रदाय की आस्था का सम्मान होना चाहिए।
महापुरुषों के प्रति प्रत्येक नागरिक के मन में कृतज्ञता का भाव होना चाहिए, लेकिन इसके लिए न तो किसी को बाध्य किया जा सकता है और न ही किसी पर जबरन थोपा जा सकता है। यदि कोई भी व्यक्ति आस्था के साथ खिलवाड़ करेगा, अथवा महापुरुषों, देवी-देवताओं, संप्रदाय आदि के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करेगा, तो उसे कानून के दायरे में लाकर कठोरतापूर्वक सजा दिलवायी जाएगी।
सभी मत, मजहब और संप्रदाय आदि से जुड़े व्यक्तियों को एक-दूसरे का सम्मान करना होगा। उन्होंने कहा कि विरोध के नाम पर अराजकता, तोड़-फोड़ अथवा आगजनी किसी भी रूप में स्वीकार नहीं की जाएगी, यदि कोई व्यक्ति ऐसा दुस्साहस करेगा, तो उसे इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।
भीड़भाड़ वाले एरिया में बढ़ाएं गश्त का दायरा
मुख्यमंत्री ने पुलिस-प्रशासन को निर्देश देते हुए कहा कि शारदीय नवरात्रि, विजयादशमी का पर्व हर्षोल्लास, शांति और सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाएं। यह प्रत्येक जनपद, थाने को सुनिश्चित करना होगा। माहौल खराब करने वालों को चिन्हित कर कठोर कार्रवाई की जाए। कानून के विरुद्ध कार्य करने वालों के साथ सख्ती से निपटा जाए।
कहा, भीड़-भाड़ वाले इलाकों में फुट पेट्रोलिंग और पीआरवी- 112 की पेट्रोलिंग तेज की जाए। उन्होंने कहा कि महिलाओं तथा बेटियों की सुरक्षा व सुविधा सुनिश्चित करने के लिए सभी विभाग मिलकर कार्य करें।