रायबरेली से सांसद बने रहेंगे Rahul Gandhi, बहन Priyanka को दी वायनाड की सीट
The live ink desk. रायबरेली और वायनाड लोकसभा सीट से चुनाव जीत चुके राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने वायनाड की सीट छोड़ दी है। सोमवार की शाम कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसकी घोषणा की। मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि रिक्त हो रही वायनाड की सीट से प्रियंका वाड्रा गांधी चुनाव लड़ेंगी।
कांग्रेस के द्वारा की गई इस घोषणा के साथ ही प्रियंका गांधी के लोकसभा में इंट्री का रास्ता साफ हो गया है। वायनाड सीट पर होने वाले उप चुनाव में यदि वह जीतती हैं तो वह पहली बार लोकसभा पहुंचेंगी। प्रियंका गांधी का यहपहला लोकसभा चुनाव भी है। इससे यह साफ हो गया है कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) अपनी सीट अमेठी के बगल स्थित रायबरेली की सीट से सांसद बने रहेंगे।
कांग्रेस की इस घोषणा के साथ ही राजनीतिक हलके में प्रतिक्रियाएं भी आने लगी हैं। उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने पार्टी हाईकमान के इस फैसले का स्वागत किया है।
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में अजय राय ने कहा- “यूपी की जनता की और हम सभी लोगों की मांग थी कि राहुल गांधी रायबरेली से सांसद रहें। सोनिया गांधी ने रायबरेली के लोगों से कहा था कि मैं अपना बेटा आपको सौंप रही हूं और जनता ने उस बेटे का सम्मान किया। मैं राहुल गांधी को बधाई देता हूं। प्रियंका गांधी (Priyanka Vadra Gandhi) निश्चित तौर पर समाज को जोड़ने में कामयाब रहेंगी और कांग्रेस को मजबूत करेंगी।”
राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा- “मैं कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व और राहुल गांधी का धन्यवाद करना चाहता हूं। राहुल गांधी ने सही राजनीतिक निर्णय लिया है। इससे दोनों परिवारों का प्रतिनिधित्व होगा। इसके आलावा उन्होंने उत्तर प्रदेश के उस जनादेश का सम्मान भी कर दिया, जिसने 80 में से 43 सीटें इंडी गठबंधन को दी”।
वायनाड सीट से प्रियंका वाड्रा गांधी के चुनाव लड़ने पर भाजपा से राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा ने कहा- ” वे (राहुल गांधी) जानते हैं कि यदि उन्होंने रायबरेली से इस्तीफा दिया तो दोबारा जीतने की स्थिति नहीं है। इसलिए उत्तर प्रदेश से डर गए। प्रियंका गांधी कहती थीं कि ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’, अगर लड़ सकती हैं तो वो आएं। उत्तर प्रदेश से चुनाव लड़ें। दोनों भाई-बहन केवल अपनत्व का झांसा देते हैं। वायनाड की जनता भी जागृत होगी और प्रियंका गांधी (Priyanka Vadra Gandhi) के जीवन का जो पहला चुनाव होगा, वो हार के साथ शुरू होगा।”