लखनऊ. नये संसद भवन में स्थापित सेंगोल को सपा सांसद आरके चौधरी द्वारा हटाने की मांग को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती ने सपा पर जोरदार हमला बोला है। समाजवादी पार्टी को आड़े हाथों लेते हुए पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने समाजवादी पार्टी के ऐसे सभी हथकंडों से सावधान रहने की सलाह दी है। स
सूबे की पूर्व मुख्यमंत्री व बसपा सुप्रीमो मायावती ने शुक्रवार को एक्स पर लिखा- “सेंगोल को संसद में लगाना या नहीं, इस पर बोलने के साथ-साथ सपा के लिए यह बेहतर होता कि यह पार्टी देश के कमजोर एवं उपेक्षित वर्गों के हितों में तथा आम जनहित के मुद्दों को भी लेकर केन्द्र सरकार को घेरती”।
दो फाड़ में किए गए ट्वीट में मायावती ने आगे कहा- “जबकि सच्चाई यह है कि यह पार्टी अधिकांश ऐसे मुद्दों पर चुप ही रहती है तथा सरकार में आकर कमजोर वर्गों के विरूद्ध फैसले भी लेती है। इनके महापुरूषों की भी उपेक्षा करती है। इस पार्टी के सभी हथकंडों से जरूर सावधान रहें”।
बताते चलें कि लखनऊ की लोकसभा सीट मोहनलालगंज से सपा सांसद आरके चौधरी चुनाव जीते हैं। उन्होंने भाजपा के कौशल किशोर को पराजित किया है। सपा सांसद ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को एक चिट्ठी लिखी और संसद भवन से सेंगोल को हटाने की मांग की है।
आरके चौधरी ने कहा कि हमारा संविधान भारतीय लोकतंत्र का पवित्र ग्रंथ है। जबकि सेंगोल अर्थात राजदंड राजतंत्र का प्रतीक है। हमारी संसद लोकतंत्र का मंदिर है, किसी राजे-रजवाड़े का राजमहल नहीं। कांग्रेस ने सेंगोल मुद्दे पर सपा का समर्थन किया है।
कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी ने कहा कि भाजपा ने अपनी मर्जी से संसद भवन में सेंगोल लगा दिया। समाजवादी पार्टी की मांग गलत नहीं है। सदन तो सबको साथ लेकर चलती है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी सिर्फ मनमानी करती है। बिहार के सीएम रहे लालू यादव की पुत्री सांसद मीसा भारती ने भी सपा सांसद के फेवर में ही अपनी प्रतिक्रिया दी है।