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ब्रह्मोस से लैस INS Triput लांच, 2026 तक नौसेना में होगा शामिल

गोवा शिपयार्ड ने किया है निर्माण, राज्यपाल ने फीता काटकर किया शुभारंभ

The live ink desk. भारतीय नौसेना (Indian Navy) के लिए नये जंगी जहाज आईएनएस त्रिपुट (INS Triput) को गोवा शिपयार्ड में लांच किया गया। इस मौके पर गोवा के राज्यपाल पी एस श्रीधरन पिल्लई (P. S. Sreedharan Pillai) भी अपनी पत्नी रीता श्रीधरन के साथ मौजूद रहे।

यह फ्रिगेट रूस से मिले तेग और तलवार श्रेणी के जहाजों के अनुवर्ती है और अब इनका निर्माण एक भारतीय शिपयार्ड द्वारा आत्मनिर्भर भारत के तहत किया जा रहा है। त्रिपुट श्रेणी के जहाज 125 मीटर लंबे और 15 मीटर चौड़े हैं, जिनका वजन 3600 टन है और यह 28 समुद्री मील की प्रतिघंटा की गति से संचालन करने में सक्षम हैं।

यह ‘तलवार’ क्लास का नौवां युद्धपोत है, जिसे गोवा शिपयार्ड लिमिटेड द्वारा बनाया गया है। इसके निर्माण 29 जनवरी, 2021 को शुरू हुआ था और इसे 23 जुलाई, 2024 को लांच किया गया है। अक्टूबर, 2026 में इसे भारतीय नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा।

गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (जीएसएल) में बनाया गया यह जहाज दो उन्नत फ्रिगेट में से पहला है। लांच होने के बाद इसके कई तरह के ट्रायल होंगे। इस जहाज के निर्माण के बाद गोवा शिपयार्ड के द्वारा इसी क्लास का एक और जंगी जहाज बनाया जा रहा है, जो 2027 में नौसेना में शामिल होगा।

नौसेना के वाइस एडमिरल कृष्णा स्वामीनाथन ने कहा कि यह भारतीय नौसेना के लिए बहुत महत्वपूर्ण दिन है, क्योंकि हम यार्ड 1258 को लांच कर रहे हैं, जो त्रिपुट श्रेणी के जहाजों में से पहला है। इन्हें गोवा शिपयार्ड लिमिटेड में बनाया गया है। यह भारत में निर्मित पहला जहाज है। इससे आने वाले वर्षों में हिंद महासागर क्षेत्र में शांति, स्थिरता और सुरक्षा बनाए रखने के लिए भारतीय नौसेना की क्षमता में बहुत अधिक मजबूती आएगी।

अधिकतम 59 किमी प्रतिघंटा है रफ्तार

रक्षा मंत्रालय और गोवा शिपयार्ड लिमिटेड के बीच 25 जनवरी, 2019 को दो त्रिपुट श्रेणी के एडवांस फ्रिगेट बनाने के अनुबंध किया गया था। इस जहाज को दुश्मन के जहाज, पनडुब्बियों और हवाई जहाजों के खिलाफ डिजाइन किया गया है। त्रिपुट श्रेणी के जहाज 124.8 मीटर लंबे और 15.2 मीटर चौड़े हैं, जिनका ड्राफ्ट 4.5 मीटर है। अगर इन्हें 26 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ़्तार से चलाया जाए तो ये एक बार में 4850 किमी की रेंज कवर करते हैं। अगर 56 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलाया जाए तो ये 2600 किलोमीटर की रेंज तक जाएगा। यह अधिकतम 59 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पानी का सीना चीर सकता है।

ब्रह्मोस, इगला, एंटीशिप मिसाइल से लैस

तलवार क्लास के जहाज स्टील्थ फीचर्स, उन्नत हथियार और सेंसर और प्लेटफॉर्म प्रबंधन प्रणाली से लैस हैं। यह जहाज 18 अधिकारियों समेत 180 सैनिकों को लेकर 30 दिन तक समंदर में रह सकता है। यह इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम से लैस हैं। इन पर मीडियम रेंज की मिसाइलें, 9 इगला-1ई, 8 वर्टिकल लांच एंटीशिप मिसाइल क्लब, 8 वर्टिकल लांच एंटी-शिप और लैंड अटैक ब्रह्मोस मिसाइल भी तैनात हैं। इसके अलावा इसमें एक 100 मिमी की नेवल गन और एक 76 मिमी की ओटो मेलारा नेवल गन लगी है। इनके अलावा दो 533 मिलीमीटर की टॉरपीडो ट्यूब्स हैं। एक रॉकेट लांचर भी लगाया गया है। एक हेलीकाप्टर भी तैनात किया जा सकता है।

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