Lucknow कोर्ट में मुख्तार के करीबी गैंगस्टर संजीव जीवा की गोली मारकर हत्या
वकील की ड्रेस में आए थे हमलावर, भाजपा नेता ब्रह्मदत्त द्विवेदी, कृष्णानंद राय की हत्या में आरोपी था संजीव
लखनऊ (the live ink desk). उत्तर प्रदेश के राजधानी में बुधवार को दूसरे पहर एक माफिया संजीव जीवा ( gangster Sanjeev Jeeva) की गोली मारकर हत्या (shot dead) कर दी गई। गोली लगने के बाद घायल को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन बचाया नहीं जा सका। संजीव जीवा को मुख्तार अंसारी का करीबी माना जता है। संजीव जीवा के ऊपर भाजपा नेता ब्रह्मदत्त द्विवेदी, कृष्णानंद राय की हत्या का भी आरोप है। लखनऊ कोर्ट में दिनदहाड़े हुए शूटआउट में एक सिपाही समेत एक बच्ची के भी घायल होने की खबर है।
बताया जाता है कि दोपहर के वक्त कोर्ट में भारी भीड़ थी। लोग अपने-अपने कार्यों में व्यस्त थे। इसी दौरान संजीव जीवा ( gangster Sanjeev Jeeva) अदालत में पहुंचा। बताया जाता है कि पुलिस कस्टडी में रहे संजीव जीवा के पहुंचते ही वहां वकील के भेष में मौजूद हमलावरों ने फायरिंग शुरू कर दी। एक साथ कई गोलियां लगने से संजीव जीवा (shot dead) मौके पर गिर पड़ा। इसी दौरान कुछ अधिवक्ताओं ने साहस दिखाते हुए एक हमलावर को धर दबोचा, जिसकी पहचान विजय यादव पुत्र श्यामा यादव के रूप में हुई है। फिलहाल, सरेआम हुई वारदात की खबर लगते ही पुलिस के उच्चाधिकारी मौके पर पहुंच गए और मामले कीपड़ताल शुरू कर दी।
जीवा की पत्नी जताई थी हत्या की आशंकाः दूसरी तरफ इस शूटआउट में एक सिपाही लाल मोहम्मद और एक बच्ची घायल हुई है। दोनों को अस्पताल ले जाया गया है। फायरिंग की वजह से मौके पर काफी देर तक अफरातफरी का आलम बना रहा। गैंगस्टर संजीव जीवा की गिनती पश्चिम यूपी के बड़े बदमाशों में की जाती थी। गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा पश्चिम यूपी के शामली जनपद के आदमपुर गांव का रहने वाला था। 17 जुलाई, 2003 को सीबीआई अदालत ने संजीव को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। संजीव की पत्नी पायल ने 2021 में सर्वोच्च अदालत के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर पति की हत्या की आशंका जाहिर की थी।
याद आ गया अतीक-अशरफ हत्याकांडः सरेआम, दिनदहाड़े गैंगस्टर संजीव जीवा की हत्या के बाद एक बार फिर माफिया अतीक और अशरफ हत्याकांड की याद ताजा हो गई। अतीक और अशरफ हत्याकांड भी सरेआम उस समय की गई थी, जब दोनों को इलाज के लिए काल्विन अस्पताल ले जाया जा रहा था। उसी दौरान मीडिया कर्मी बनकर आए हमलावरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दोनों को मौत की नींद सुला दिया। माफिया ब्रदर्स हत्याकांड की ही तरह संजीव जीवा शूट आउट मामले में हमलावर वकील की वेशभूषा बनाकर आए थे, ताकि किसी को उन पर शक न हो और वह वारदात को अंजाम दे सकें। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की तहकीकात कर रही है।