रामप्रताप उर्फ चुन्नू सिंह का राज परिवार से दूर-दूर तक कोई नाता नहीः राजा महेंद्र प्रताप सिंह
प्रयागराज (आलोक गुप्ता). चाकघाट बार्डर (यूपी-एमपी की सीमा) पर मंगलवार की देर रात गोलियों का शिकार हुए रामप्रताप उर्फ चुन्नू सिंह (Rampratap Chunnu Singh) का शंकरगढ़ स्टेट के राज परिवार से कोई तल्लुक नहीं है। शंकरगढ़ स्टेट यूपी-एमपी की सीमा पर स्थित है। मौजूदा समय में इस स्टेट के राजा महेंद्र प्रताप सिंह हैं।
राजा महेंद्र प्रताप सिंह (Raja Mahendra Pratap Singh) ने टेलीफोन पर हुई वार्ता में बताया कि रामप्रताप उर्फ चुन्नू सिंह की मौत के बाद से उसका (रामप्रताप सिंह) नाम उनके परिवार के साथ जोड़ा जा रहा है। यह पूरी तरह से गलत है। चुन्नू सिंह का उनके परिवार या रिलेशन में भी दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है। राजा ने कहा, रामप्रताप उर्फ चुन्नू सिंह की मौत पर मुझे दुख है। हिंसा किसी भी समाज के लिए शोभनीय नहीं है। यह नहीं होना चाहिए था।
चाकघाट बार्डर पर रामप्रताप उर्फ चुन्नू सिंह की गोली मारकर हत्या |
दूसरी तरफ, रामप्रताप उर्फ चुन्नू सिंह की हत्या के बाद से चाकघाट बार्डर पर माहौल गरम है। बताया जाता है कि रामप्रताप उर्फ चुन्नू सिंह की हत्या में जिस आशीष सिंह उर्फ राजा को रीवा पुलिस ने हिरासत में लिया है, वह जमीन खरीदने और बेचने का कार्य करता है। स्थानीय लोगों की मानें तो आशीष उर्फ राजा खाली पड़ी जमीनों या फिर विवादित जमीन पर कब्जे कर उसका सौदा करता आ रहा है।
गोलियों का शिकार हुए रामप्रताप उर्फ चुन्नू सिंह भी जमीन का ही कारोबार करते थे और इसी को लेकर दोनों के बीच काफी समय से तनातनी देखने को मिल रही थी। चूंकि यह मामला उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सीमा का है और जमीन का कारोबार भी दोनों रीवा के साथ-साथ प्रयागराज जिले में भी करते थे। फिलहाल, रामप्रताप उर्फ चुन्नू सिंह की हत्या में रीवा पुलिस ने आशीष सिंह को हिरासत में लेने के बाद कुछ अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया है।