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इंटरनेशनल ड्रग तस्करी से बचाने का झांसा देकर 28.62 लाख उड़ाने वाले तीन ठग गिरफ्तार

प्रयागराज (आलोक गुप्ता). साइबर थाना पुलिस ने तीन साइबर ठगों को गिरफ्तार किया था। इस गिरोह ने डिजिटल अरेस्ट कर 28,62,000 रुपये पर हाथ साफ कर दिया था। इन कब्जे से साइबर पुलिस ने पांच स्मार्ट फोन, ठगी के पैसे के हिसाब-किताब वाली डायरी, दर्जनभर एटीएम कार्ड और दस सिमकार्ड बरामद हुए हैं।

साइबर थाना प्रभारी राजीव कुमार तिवारी ने बताया कि डिजिटल अरेस्ट कर नगदी उड़ाने की सूचना पर धारा 351(3), 319(2), 318(4), 308(2) व 66सी/66डी आईटी एक्ट का केस लिखा गया था।

इस घटना की जांच के दौरान मृदुल कुमार बाजपेयी पुत्र स्व. श्याम कुमार बाजपेयी (अर्रा रोड़ नई बस्ती, अर्रा, हनुमंत विहार, कानपुर नगर) गगन प्रताप सिंह पुत्र शिव प्रताप सिंह (मकड़ी खेड़ा, न्यू बस्ती, कल्याणपुर, कानपुर नगर) औ हिमांशु वर्मा पुत्र देव नारायण वर्मा (छेदी सिंह का पुरवा, बर्रा, कानपुर) का नाम प्रकाश में आया, जिन्हे गिरफ्तार किया गया।

ड्रग्स में नाम आने का झांसा देकर उड़ाई रकम

इन ठगों ने वादी को फेडेक्स इंटरनेशनल कुरियर (Fedex International Courrier) द्वारा संपर्क कर सूचित किया कि उसकी आईडी से 70 टेररिस्ट (आतंकवादी) सक्रिय हैं। एक पार्सल जो मुंबई से ईरान जा रहा था, उसकी जांच में ड्रग्स मिला है। यह तस्करी वादी की आईडी पर हो रही थी। इसके बाद जालसाजों ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिए क्राइम ब्रांच का अफसर बनकर बात की और डर-धमकाकर 28,62,000 रुपये अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करा लिया।

साउथ एशियन देशों तक फैला ठगी का जाल

पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि यह लोग टेलीग्राम के माध्यम से साउथ एशियन देश (लाओस, मलेशिया, कंबोडिया, वियतनाम, चीन, थाइलैंड आदि) में बैठे साइबर ठगों से जुड़े हुए हैं। यह भारत के विभिन्न राज्यों के लोगों को पैसे कमाने का लालच देकर उनका खाता खुलवाकर अपने पास बुलाते हैं और एकाउंट संबंधी दस्तावेज (चेकबुक, एटीएम, इंटरनेट बैंकिग पासवर्ड आदि) लेकर ओटीपी फारवर्डर एप के माध्यम से एकाउंट का एक्सेस साउथ एशियन देश मे बैठे साइबर ठगों को दे देते हैं। इसके बाद अलग-अलग माध्यमों से ठगी की जाती है।

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