जहां धान की खेती नहीं होती, वहां क्रय केंद्र खोल दियाः केके मिश्र
एडीएम (प्रशासन) के आश्वासन पर माने प्रदर्शनरत किसान, शीघ्र मांग पूरी नहीं होने पर 19 दिसंबर से फिर जुटने की घोषणा
प्रयागराज (एसपी सिंह). जारी के अतरसुइया धान क्रय केंद्र पर प्रदर्शनरत किसानों ने फिलहाल प्रशासन को थोड़ी राहत प्रदान कर दी है। मंगलवार की शाम एडीएम प्रशासन व तहसील प्रशासन के अफसरों के साथ हुई वार्ता के बाद पिछले तीन दिनों से चला आ रहा प्रदर्शन कुछ समय के लिए टाल दिया गया है।
किसानों की अगुवाई कर रहे किसान नेता केके मिश्र ने बताया कि एडीएम ने उनकी मांगों को पूरा करने के लिए वक्त मांगा है। इस पर किसानों ने प्रदर्शन स्थल छोड़ दिया है। यदि शीघ्र ही मांगों पर कार्यवाही नहीं होती तो आगामी 19 दिसंबर से फिर किसान प्रदर्शन के लिए बाध्य होंगे।
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किसान नेता केके मिश्र ने बताया कि बारा क्षेत्र के मवइया, डीहा जैसे कई स्थान हैं, जहां पर आसपास कई किलोमीटर में धान की फसल नहीं होती, लेकिन प्रशासन ने मिलरों की मिलीभगत से वहां-वहां धान क्रय केंद्र खोल दिया है। अकेले जसरा मंडी में ही पांच क्रय केंद्र खोल दिए गए हैं। ऐसी दशा में किसान अपनी फसल लेकर इतनी दूर बिक्री करने के लिए क्यों आएगा। केके मिश्र ने कहा कि, किसानों की इसी मजबूरी का फायदा उठाते हुए बिचौलिए और व्यापारी किसानों की फसल खरीद लेते हैं और फिर उन्ही किसानों को क्रय केंद्र पर ले जाकर अंगूठा लगवा देते हैं।
इस तरह की बिक्री से किसानों को 1600 रुपये प्रति कुंतल ही प्राप्त होता है, जबकि अतिरिक्त रकम को आपस में बांट लिया जाता है। और, यह एक बहुत बड़ी रकम होती है, जिसमें पूरा सिस्टम मिला हुआ है। केके मिश्र ने कहा कि एडीएम प्रशासन, एसडीएम बारा की मौजूदगी में मिले आश्वासन पर किसानों ने अपना प्रदर्शन फिलहाल के लिए स्थगित किया है। यदि हमारी मांगों पर त्वरित कार्यवाही नहीं की जाती है तो हम फिर से सड़क पर उतरने के लिए बाध्य होंगे। बताते चलें कि जनपद में धान की खरीद के लिए कुल 127 क्रय केंद्र बनाए गए हैं, जिसमें से 122 का संचालन किया जा रहा है।