शहीदों के सपनों का भारत बनाने को जारी रहेगा संघर्षः डा. कमल उसरी
शहीद आज़म भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु के शहादत की पूर्व संध्या पर इफको फूलपुर ठेका मजदूरों ने दी श्रद्धांजलि
प्रयागराज (आलोक गुप्ता). इफको फूलपुर ठेका मजदूर संघ द्वारा विरकाजी कार्यालय पर शहीदे आजम भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरू, क्रांतिकारी कवि अवतार सिंह पाश की शहादत को नमन किया गया। शहादत की पूर्व संध्या पर याद करते हुए 23 मार्च को इफको फूलपुर कारखाने में ब्वायलर फट जाने के कारण काल कवलित हुए मजदूरों को भी श्रद्धांजलि दी गई।
शहिदों को याद करते हुए ऐक्टू राष्ट्रीय सचिव डा. कमल उसरी ने कहा, शहीदों के सपनों का जो भारत बनना था, वो अभी नहीं बन पाया है। गुलाम भारत में 8 अप्रैल, 1929 को ट्रेड यूनियन डिप्युट बिल के खिलाफ जिस असेंबली में हिंदुस्तान सोसलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन के क्रांतिकारी साथी बटुकेश्वर दत्त और शहीद ने बम फेंका था (जो आज आज़ाद भारत की संसद है), उसमें काबिज़ भाजपा की वर्तमान केंद्र सरकार 44 श्रमिक हितकारी कानूनों को (जो वर्षों के संघर्ष और हजारों मजदूरों की शहादत के बाद बने), उन्हें समाप्त कर पूंजीपतियों के पक्ष में 4 श्रमिक संहिता बना रही है।
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कमल उसरी ने कहा, शहीद ए आज़म भगत सिंह ने कहा था कि “जब तक एक व्यक्ति द्वारा दूसरे व्यक्ति का और एक देश द्वारा दूसरे देश का शोषण जारी रहता है, तब तक हमारा संघर्ष जारी रहना चाहिए।” डा. कमल उसरी ने कहा कि आज देश के संविधान, लोकतंत्र, देश की एकता बचाने के लिए हम संकल्प लेते हैं कि शहीदों के सपनों का भारत बनाने के लिए छात्रों- मजदूरों- किसानों- नौजवानों की एकता के साथ आम अवाम के हक़ हुकूक के लिए संघर्ष जारी रखेंगे।
श्रद्धांजलि सभा की अध्यक्षता इफको फ़ूलपुर ठेका मजदूर संघ संबद्ध ऐक्टू अध्यक्ष कामरेड विजय सिंह और संचालन महामंत्री कामरेड त्रिलोकी नाथ ने किया। श्रद्धांजलि सभा में किसान नेता कामरेड सुभाष चंद्र पटेल, अधिवक्ता वीरेंद्र सिंह यादव, अधिवक्ता मोहम्मद अशरफ, सुभाष चंद्र भारती, त्रिभुवननाथ यादव, राजनाथ सेकेंड, फूलचंद प्रजापति, राजेश पटेल, बंशीलाल यादव, अमर सिंह, नान्हू दास, मनोज कुमार, जगदीश कुमार, रामचंद्र गौतम, कमल सिंह, श्याम बहादुर मौजूद रहे। अंत में दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धासुमन अर्पित किया गया।