मुआवजे का पैसा बराबर बांटने पर मां की आंख फोड़ी और गला दबाकर ली जान
लालगोपालगंज पुलिस चौकी क्षेत्र में कठौवा पुल के नजदीक ईंट-भट्ठेपर कार्यरत युवक ने की मां की हत्या
प्रयागराज (धीरेंद्र केशरवानी). अयोध्या से चित्रकूट तक बन रहे राम वन गमन मार्ग के लिए अधिग्रहीत की गई भूमि से मिल रहे मुआवजे के लिए एक बेटा कातिल बन गया। ईंट-भट्ठे पर कार्य के दौरान उसने न सिर्फ अपनी मां की आंख फोड़ी, बल्कि गला दबाकर जान भी ले ली। इसके बाद हत्यारा फरार हो गया। मामले की जानकारी होने पर कोहराम मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर चीरघर भेज दिया है। यह मामला गंगानगर के नवाबगंज थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के समीपवर्ती जनपद प्रतापगढ़ के हथिगवां थाना क्षेत्र के कुढ़ा निवासी सुखईलाल अपनी पत्नी कांति देवी के साथ लालगोपालगंज में कठौवा पुल के नजदीक स्थित एक ईंट-भट्ठे पर कार्य करते हैं। घर नजदीक होने के कारण शुक्रवार को सुबह सुखईलाल अपने गांव चले गए, जबकि ईंट-भट्ठे पर पत्नी कांति देवी के साथ दूसरे नंबर का बेटा था।
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लखनऊ को जाने वाले नेशनल हाईवे के नजदीक स्थित ईंट-भट्ठे पर सुखई की पत्नी कांति देवी कोयला तोड़ने का कार्य करती थी। जबकि बेटा बबलू और बह ईंट पथाई का कार्य करती थी। शुक्रवार को सुखईलाल सुबह नौ बजे किसी कार्य से गांवचला गया। आरोपित है कि इसी दौरान बेटे बबलू ने आवासीय झुग्गी केअंदर मां को लाठीडंडे से पीटकर घायल कर दिया और एक आंख फोड़ डाली। इतने से भी मन नहीं भरा तो गला दबाकर जान ले ली।
दूसरी तरफ, पत्नी की हत्या से अनजान सुखईलाल दोपहर के वक्त ईंट-भट्ठे पर पहुंचा तो झुग्गी के अंदर का नजारा देख उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। सुखईलाल का शोर सुनते ही आसपास के लोग जमा हो गए। सूचना होते ही मुकामी पुलिस मौके पर पहुंच गई।
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इंस्पेक्टर नवाबगंज अनूप सिंह एवं लालगोपालगंज चौकी प्रभारी सूर्य प्रकाश दुबे मय फोर्स के साथ पहुंचे। फील्ड यूनिट ने मौका मुआयनाकर साक्ष्य एकत्र किया। शव को चीरघर भेज दिया। सुखईलाल हरिजन ने पुलिस को हत्या मामले में तहरीर दी है। सुखई लाल ने बताया कि हमारे तीन भाई की संयुक्त जमीन राम वन गमन मार्ग में अधिग्रहीत कर ली गई है, जिसकी नोटिस आ गई है।
रामवन गमन मार्ग के लिए अधिग्रहीत की गई भूमि का कुल 17 लाख रुपये मुआवजा बन रहा है। उसमें से 5.7 लाख रुपये हमारे हिस्से में आ रहा है। मेरे तीन बेटे राजकुमार, बबलू, सोनी एवं एक पुत्री भी है। पत्नी ने चारों लोगों को बराबर रुपये देने की बात कही थी, जिस पर दूसरे नंबर का बेटे बबलू को बुरा लगा और उसने अपनी मां से बहस की। आरोप लगाया कि उसी ने मां को मौत के घाट उतार दिया।
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