शिक्षा के साथ स्वास्थ्य और पर्यावरण भी जरुरीः इम्तियाज़ अंसारी
भदोही (संजय सिंह). भदोही साइकिलिंग क्लब के बैनर तले प्रत्येक रविवार को निकलने वाली साइकिल जागरुकता यात्रा आज सुबह गोपीगंज बड़ा चौराहा से निकाली गई। सीएचसी गोपीगंज के वरिष्ठ चिकित्सक डा. एसएस यादव और समाजसेवी बेचन सिंह ने हरी झंडी दिखाकर यात्रा को रवाना किया।
साइकिल यात्रा बड़ा चौराहा, पड़ाव, कठौता, पॉवर हाउस होते हुए इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) अध्ययन केंद्र (डीएचआर कॉलेज), गोपीगंज पहुंची। जहां केंद्र समन्वयक इम्तियाज़ अंसारी और काउंसलर सीमा सिंह ने सभी साइकिल चालकों का स्वागत किया।
इम्तियाज़ अंसारी ने कहा कि इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय शिक्षा को घर-घर पहुंचाने कि भूमिका अदा करता है, वहीँ पर्यावरण संरक्षण, वृक्षारोपण, योग, व्यायाम और साइकिल यात्रा को प्रोत्साहित करते हुए अपने विद्यार्थियों को प्रकृति से जोड़ने का भी कार्य करता है। आज के आधुनिक युग में प्रत्येक व्यक्ति स्वयं में अत्यधिक व्यस्त है।
किसी के पास समय नहीं है कि अपने शरीर पे कुछ समय देकर साइकिल चलाएं। योग, व्यायाम या कोई खेलकूद करें। ऐसे में भदोही साइकिलिंग क्लब का कार्य बहुत ही सराहनीय है, जो स्वास्थ्य के साथ पर्यावरण को भी बचाने के लिए लोगों को प्रेरित कर रहे हैं।
काउंसलर सीमा सिंह ने कहा कि महिलाओं के लिए किसी खेल मैदान में जाकर योग व्यायाम करना थोड़ा मुश्किल लगता है, लेकिन अगर हम अपने घर पर ही थोड़ा योग, व्यायाम के साथ आसपास के कार्य को साइकिल से करते हैं तो हमारा काम भी होगा और रूटीन व्यायाम भी होता रहेगा।
इस दौरान सभी ने इग्नू अध्ययन केंद्र के कैंपस में सागौन, गूलर और ढिठोर के पांच पौधे लगाए। इसके बाद लगभग 200 साइकिल चालकों के साथ साइकिल यात्रा गहरपुर, पॉवर हाउस, धनापुर रोड, चक परौना, मदनपुर, कौलापुर, गेराई, स्टेशन रोड, भगवतपुर, भिखारीपुर का भ्रमण करते हुए ज्ञानपुर रेलवे स्टेशन पहुंचकर समाप्त हुई।
साइकिल यात्रा में क्लब अध्यक्ष अताउल अंसारी, संजय सिंह, विष्णुकांत पांडेय, रवीश कुमार, मुश्ताक अंसारी, मो. अनवर, मो. मूसा, अबरार हाश्मी, अनिल बिंद, प्रमोद मौर्य, महमूद आलम, इम्तियाज़ अहमद, महेंद्र यादव, हसनैन अली, प्रवीण टंडन, राजीव जायसवाल, शिवम उपाध्याय, फ़िरोज़ आलम, कमलेश कश्यप, लक्ष्य सिंह, फैज़ आलम, आलम अंसारी, नमरा नाज़, नदरा नाज़, सानिया, सायमा, अलीशा, नेहा, सना, रुखसार आदि मौजूद रहीं।