भदोही में मिला था जौनपुर के मगरमू निवासी विवेक यादव का शव। एक दिन पहले हुआ था अपहरण, एसपी के आश्वासन पर थमा गुस्सा
जौनपुर/भदोही (संजय सिंह). बरसठी थाना क्षेत्र में स्थित निगोह बाजार गुरुवार सुबह जंग का अखाड़ा बन गया। दरअसल, परिजनों के एफआईआर दर्ज किए बिना विवेक यादव के शव का अंतिम संस्कार करने से मना करने पर स्थिति बिगड़ती चली गई। इसके लिए बुधवार रात से ही बरसठी और मीरगंज थाने की पुलिस मान-मनव्वल में जुटी रही, लेकिन बात नहीं बनी।
आज सुबह परिजनों के साथ भारी भीड़ निगोहबाजार पहुंची। हालात हाथ से निकलने की सूचना पर एसडीएम, एसपी ग्रामीण, सीओ मड़ियाहूं मौके पर पहुंचे पर बात नहीं। इसी दौरान तनातनी बढ़ी तो दो चक्र में पथराव भी हुआ और पुलिस को भीड़ को छांटने के लिए लाठी भांजनी पड़ी। हालांकि, दोपहर एसपी मौके पर पहुंचे और मांगों पर कार्रवाई का आश्वासन देते हुए परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए राजी किया।
बताते चलें कि बरसठी थाना क्षेत्र के मगरमू निवासी विवेक यादव (26) पुत्र श्रीशंकर यादव का अपहरण हो गया था। आठ अक्टूबर, मंगलवार को विवेक यादव का शव समीपवर्ती जनपद भदोही के सुरियावां थाना क्षेत्र में (बीरमपुर ग्राम पंचायत में तालाबा के बगल) पाया गया था। शिनाख्त होने पर जौनपुर पुलिस भी मौके पर पहुंची।
एक दिन बाद यानी बुधवार (नौ अक्टूबर, 2024) को पुलिस के द्वारा शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंपा गया। पुलिस की कार्यशैली से नाराज परिजनों ने अंतिम संस्कार से पहले केस दर्ज करने की मांग रखी और कहा, सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की जाए।
परिजनों की इस मांग पर जौनपुर पुलिस के कान खड़े हो गए। बरसठी व मीरगंज थाने की पुलिस देर रात तक परिजनों को मनाने में जुटी रही, लेकिन सफलता नहीं मिली। परिजन रातभर शव घर में ही रखे रहे।
इधर, गुरुवार को मृतक विवेक यादव का शव को लेकर सैकड़ों लोग निगोह बाजार पहुंचे। हालांकि, पुलिस इस तरह की हरकत को लेकर पहले से चौकन्ना थी और बाजार में भारी फोर्स तैनात कर रखी थी। भीड़ के बाजार पहुंचने पर एसपी ग्रामीण, एसडीएम और सीओ मड़ियाहू भी बाजार पहुंच गए और परिजनों को मनाने में जुट गए।
दूसरी तरफ परिजन अपनी मांगों पर अड़े रहे। बातचीत के दौरान ही किसी बात को लेकर हालात बिगड़ गए और पथराव शुरू हो गया। पुलिस टीम पर पथराव के बाद पुलिस ने लाठी भांजकर भीड़ को खदेड़ा। पथराव का यह क्रम दो बार चला। इससे बचने केलिए पत्रकार व आम लोगों ने भागकर खुद की सुरक्षा की।
एसपी डा. अजय पाल के आश्वासन पर बनी बात
बिगड़ते हालात को संभालने के लिए आनन-फानन में पीएसी बुला लीगई। पुलिस अधीक्षक अजय पाल शर्मा भी मौके पर पहुंचे और परिजनों से बातचीत की। परिजनों की सभी मांगो पर तत्काल कार्रवाई के लिए हामी भरी। तब जाकर विवेक के परिजन अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए। इसके बाद मौके से ही परिजन अंतिम संस्कार के लिए चले गए। एसपी डा. अजय पाल शर्मा का कहना है कि स्थिति सामान्य है। पांच संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है।
मुख्य गवाह को मिल रही जानलेवा धमकी
अपहरण के बाद मौत के घाट उतारे गए विवेक यादव के पिता का सिर्फ इतना कहना हैकि उसे न्याय चाहिए। दूसरी तरफ विवेक यादव हत्याकांड में मुख्य गवाह मोहन यादव को जान से मारने की धमकी मिल रही है। इसकी भी जानकारी पुलिस को दी गई है। युवा बेटे की हत्या से पूरे परिवार में मातम पसरा हुआ है। भारी हंगामे और पथरावकी वजह से निगोह बाजार में दोपहर बाद भी काफी दुकानें बंद नजर आईं।
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