जयंती पर याद किए गए फ्रीडम फाइटर अशफाक उल्लाह खां
भदोही. आजादी की लड़ाई में अपना सबकुछ न्यौछावर करने वाले महान स्वतंत्रता सेनानी (Freedom fighter) अशफाक उल्लाह खां ( Ashfaq Ullah Khan) को आज याद किया गया। जयंती के मौके पर कांग्रेसियों ने अशफाक उल्लाह खां के त्याग को याद करते हुए उससे प्रेरणा लेने का आह्वान किया। नगर के गल्ला मंडी स्थित स्वालेह अंसारी के प्रतिष्ठान में आयोजित जयंती समारोह में वक्ताओं ने देशवासियों से सांप्रदायिक और विभाजनकारी शक्तियों से सावधान रहने की अपील की।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मुशीर इकबाल ने खिराज-अकीदत पेश करते हुए उनकी जीवनी पर विस्तार से प्रकाश डाला। कहा, आज ही के दिन 22 अक्टूबर, 1900 में उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में महान स्वतंत्रता सेनानी अशफाक उल्लाह खां का जन्म हुआ था। देश की आजादी के आंदोलन में युवा अवस्था से ही वह काफी सक्रिय रहे।
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प्रदेश सचिव कर्मचंद्र बिंद ने कहाकि अंग्रेजी हुकूमत ने 19 दिसंबर, 1927 को फैज़ाबाद जेल में उन्हे फांसी दे दी। शहीद अशफाक उल्लाह खां ( Ashfaq Ullah Khan) ने देश की आज़ादी के लिए हंसते हुए फांसी के फंदे को चूमकर गले लगा लिया। पूर्व पीसीसी सदस्य संजीव दुबे ने कहा कि देश को अंग्रेजी हुकूमत से स्वतंत्र कराने के लिए युवा Freedom fighter अशफाक उल्लाह खां का बलिदान देश के युवाओं को हमेशा प्रेरित करता रहेगा।
पूर्व पीसीसी काशीनाथ ने देश की स्वतंत्रता, समानता, एकता, अखंडता और अमन-शांति को कायम करने के लिए विभाजनकारी शक्तियों से सावधान रहने का आहवान किया। पूर्व जिला महासचिव स्वालेह अंसारी ने भी त्याग से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। इस मौके पर जीतेंद्र राय, डा. महेंद्र यादव, शम्शुल हक हाशमी, आजाद हुसैन, संदीप, शिवम गौतम, सुरेश, बद्री पटवा, मुश्ताक अंसारी आदि मौजूद रहे।
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