पश्चिमांचलराज्य

इनफर्टिलिटी के ट्रीटमेंट में इमेजिंग की महत्वपूर्ण भूमिकाः प्रो. राजुल रस्तोगी

मुरादाबाद. तीर्थंकर महावीर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, मुरादाबाद में रेडियो डायग्नोसिस विभाग के सीनियर रेडियोलॉजिस्ट प्रो. राजुल रस्तोगी ने कहा,  इनफर्टिलिटी (बांझपन) के निदान और उपचार में इमेजिंग की महत्वपूर्ण भूमिका है। इमेजिंग बांझपन के मूल्यांकन, प्रबंधन और उपचार का केंद्र बिंदु है। इसके लिए अनेक इमेजिंग विकल्प हैं, जैसे- 2-डी एंड 3-डी अल्ट्रासाउंड, एसआईएस, सोनो हिस्टेरोसाल्पिंगोग्राफी, हिस्टेरोसाल्पिंगोग्राफी, एमआरआई आदि।

इन इमेजिंग तकनीकों में बांझपन से संबंधित गर्भाशय और डिंबग्रंथि विकृति के निदान के लिए अल्ट्रासाउंड सबसे प्रभावी तरीका है। प्रो. राजुल ग्लोबल एसोसिएशन ऑफ फिजियियंस ऑफ इंडियन ओरिजन-जीएपीआईओ की ओर से आयोजित ऑनलाइन रेडियोलॉजी इंटरनेशनल लेक्चर सीरीज में बोल रहे थे।

जीएपीआईओ रेडियोलॉजी इंटरनेशनल लेक्चर सीरीज के दौरान सवालों का दौर भी चला। सिडनी में कार्यरत एवं जीएपीआईओ की ईसी मेंबर डा. अंजू अग्रवाल ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए लेक्चर सीरीज पर विस्तार से प्रकाश डाला। अंत में जीएपीआईओ के एडवाइजर डा. सुशील जैन ने वोट ऑफ थैंक्स दिया।

प्रश्नावली सत्र में जीएपीआईओ की चेयरपर्सन एवं डा. राम मनोहर लोहिया (नई दिल्ली) की सीनियर रेडियोलॉजिस्ट डा. अखिला प्रसाद और जीएपीआईओ की मोडरेटर एंड सीनियर रेडियोलॉजिस्ट डा. विनीता सरन की मौजूदगी रही।

प्रो. राजुल ने बताया, महिलाओं के बांझपन में ट्यूबल और पेरिटुबल असामान्यताओं से लेकर गर्भाशय, गर्भाशय ग्रीवा और डिंबग्रंथि सरीखे विकार हो सकते हैं। गर्भाशय या डिंबग्रंथि असामान्यताओं की पहचान करने के लिए रोगी के फॉलिक्यूलर फेस के दौरान एक बेसलाइन अल्ट्रासाउंड किया जाता है।

23 साल का अनुभव रखते है रेडियोलॉजिस्ट प्रो. रस्तोगी

उल्लेखनीय है, प्रो. रस्तोगी को 23 साल का लंबा अनुभव है। वह नौ साल से टीएमयू में सेवाएं दे रहे हैं। अब तक 15 देशों की विजिट कर चुके हैं। 110 नेशनल और इंटरनेशनल कांफ्रेंस में लगभग 185 रिसर्च पेपर प्रस्तुत कर चुके हैं। प्रो. रस्तोगी के 195 पब्लिकेशंस भी नेशनल और इंटरनेशनल स्तर पर प्रकाशित हो चुके हैं। लगभग 712 से अधिक शोधार्थी इनका संदर्भ ले चुके हैं। इंटरनेशनल स्तर के छह और नेशनल स्तर के करीब एक दर्जन से अधिक अवार्ड भी प्रो. रस्तोगी की झोली में शामिल हैं।

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