The live ink desk. केंद्र सरकार द्वारा चार मई, 2024 को प्याज पर लगे निर्यात का प्रतिबंध हटाए जाने के बाद से जुलाई माह तक 2.60 लाख टन प्याज निर्यात (Export) की जा चुकी है। इसके अलावा, सरकार ने मूल्य स्थिरीकरण बफर के लिए राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ और नैफेड के माध्यम से मुख्यतया महाराष्ट्र से 4.68 लाख टन प्याज प्राप्त की है।
केंद्र सरकार ने बीते चार मई को से निर्यात पर लगे प्रतिबंध हटाने के साथ 550 अमेरिकी डॉलर प्रति मीट्रिक टन के न्यूनतम निर्यात मूल्य (MEP) और 40% प्रतिशत निर्यात शुल्क के साथ अनुमति दी है।
उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के मुताबिक पिछले वर्ष (2023) के मुकाबले मौजूदा वर्ष में प्याज उत्पादक किसानों द्वारा प्राप्त मूल्य काफी अधिक रहा है। अप्रैल से जुलाई, 2024 के बीच महाराष्ट्र में प्याज की औसत मासिक मंडी मॉडल कीमतें 1,230 रुपये से 2,578 रुपये प्रति क्विंटल के बीच रहीं।
पिछले वर्ष (2023) इसी अवधि के दौरान यही प्याज 693 रुपये से 1,205 रुपये प्रति क्विंटल थी। चालू वर्ष में बफर के लिए प्याज की औसत खरीद का मूल्य 2,833 रुपये प्रति क्विंटल था, जो पिछले साल के 1,724 रुपये प्रति क्विंटल के खरीद मूल्य से 64 प्रतिशत अधिक है।
उल्लेखनीय है कि भारत, प्याज का शुद्ध निर्यातक है और निर्यात से आय करता है। पिछले तीन वर्षों में भारत द्वारा अर्जित शुद्ध निर्यात मूल्य वर्ष 2021-22 में 3,326.99 करोड़ रुपये, वर्ष 2022-23 में 4,525.91 करोड़ रुपये और वर्ष 2023-24 में 3,513.22 करोड़ रुपये था।
भारत से प्याज खरीदने वाले देशों में बांग्लादेश, श्रीलंका, मलेशिया, यूएई, नेपाल, इंडोनेशिया, वियतनाम, कतर, औमान, कुवैत समेत कई अन्य देश शामिल हैं।