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देश के हालात ठीक नहीं, धैर्य बनाए रखें बांग्लादेशीः मोहम्मद यूनुस

The live ink desk. बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के प्रमुख सलाहकार (मुखिया) अर्थशास्त्री नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस ने मंगलवार को राजधानी ढाका स्थित ढाकेश्वरी देवी मंदिर का दौरा किया। मंदिर पहुंचे मोहम्मद यूनुस ने कहा कि वह और उनके साथी बांग्लादेश को एक परिवार की तरह बनाना चाहते हैं।

मोहम्मद यूनुस ने कहा, हम देश में सुन रहे हैं कि एक दूसरे के बीच गैप (फासला) बहुत बढ़ गया है। आगे उन्होंने कहा, जब मैं एयरपोर्ट पर उतरा तो मैंने कहा कि बांग्लादेश को एक परिवार बनाना चाहते हैं। यहां परिवारों के बीच कोई अंतर नहीं होगा। हम बांग्लादेशी हैं, बांग्लादेश के लोग हैं। हम, यह सुनिश्चित करेंगे।

उन्होंने देश के मौजूदा हालातों का हवाला देकर धैर्य बनाए रखने की अपील की। कहा, इस समय हर किसी को मदद की जरूरत है। यूनुस ने कहा, इस बात पर बाद में विचार कीजिएगा कि मैंने क्या किया और क्या नहीं किया। अगर नहीं किया तो बाद में दोष दीजिएगा, अभी नहीं।

गौरतलब है कि बांग्लादेश में बीते पांच अगस्त को अवामी लीग पार्टी की प्रमुख और बीते 15 सालों से प्रधानमंत्री रहीं शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया था और उन्हे आनन-फानन में देश छोड़कर भागना पड़ा। माना जा रहा है कि बांग्लादेश को अस्थिर करने में चीन, पाकिस्तान जैसे देशों का हाथ है।

1971 में हुई थी हसीना के पिता की हत्या

बीते कुछ सालों में बांग्लादेश में कट्टरता ने अपने पांव तेजी से पसारे हैं। 1971 की क्रांति के जननायक शेख मुजीबुर्रहमान बांग्लादेश के राष्ट्रपिता कहे जाते हैं। जमाते इस्लामी, जो एक कट्टरपंथी संगठन है, ने ही शेख मुजीबुर्रहमान और उनके परिवारीजनों की हत्या की थी। शेख हसीना उन्ही शेख मुजीबुर्रहमान की बेटी हैं। उस हमले के दौरान शेख हसीना और शेख रेहाना देश से बाहर थीं, इसलिए दोनों बहनें बच गई थीं।

जमाते इस्लामी के कई सदस्यों को हुई फांसी

बांग्लादेश की अपदस्थ पीएम शेख हसीना के कार्यकाल में जमाते इस्लामी के कई सदस्यों को इसी हत्याकांड में फांसी दी जा चुकी है। अब भी इसमें सजा हो रही है। बांग्लादेश ने हसीना के कार्यकाल में तेजी के साथ आर्थिक प्रगति की। बांग्लादेश दुनिया का 60% कपड़ा उत्पादन करता है।

बांग्लादेश में बंद पड़ीं 3000 कपड़ा फैक्ट्रियां

मौजूदा समय में 3000 से ज्यादा कपड़ा फैक्ट्रियां बंद पड़ी हैं। जानकारों की मानें तो बांग्लादेश 20 साल पीछे चला गया है। देश में आईएसआई, अल-कायदा जैसे संगठनों की मौजूदगी ने बांग्लादेश को एक इस्लामी मुल्क की तरफ मोड़ दिया है।

सरकार बनाने की जुगत में खालिदा जिया

बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की प्रमुख खालिदा जिया जेल से छूटने के बाद सरकार बनाने की कवायद में जुटी हैं। फिलहाल अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों के अनुसार बांग्लादेश की स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। कट्टरपंथी लोगों के हाथ में सत्ता आने के बाद देश की तस्वीर और बिगड़ सकती है।

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