कितना कमजोर है रेल का इंफ्रास्ट्रक्चर, जो हर रोज इंजन लुढ़क जा रहा है!
कानपुर. हाल के दिनों में रेल दुर्घटनाओं में अधिकता देखने को मिल रही है। कायदे से कहें तो बीते दो-तीन महीने के दौरान कई छोटी-बड़ी घटनाएं हुईं, जिसमें रेलवे को भारी नुकसान हुआ। जान-माल की क्षति हुई। रेल में सफर करने वाले करोड़ों यात्रियों को सफर करना पड़ा।
सवाल यह उठता है कि जिस पटरी पर 120+ की रफ्तार से गाड़ियां दौड़ रही हैं, वह कितने कमजोर हो गए हैं। उनमें लगे नट-बोल्ट, स्लीपर, हुक आदि। या फिर मोटी पगार ले रहे हमारे रेलवे के मुलाजिम ट्रेन को सही से चला नहीं पा रहे। बहरहाल, वजह चाहे जो हो, रेलवे को जांच कर इन हादसों पर लगाम लगानी चाहिए।
अब तक बात करते हैं शुक्रवार रात (शनिवार तड़के) के दूसरे पहर कानपुर में हुए हादसे की। वाराणसी से अहमदाबाद जा रही साबरमती एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या-19168) के 20 डिब्बे कानपुर के गोविंदपुरी स्टेशन के पास शनिवार तड़के बेपटरी हो गए। गनीमत यह रही कि इस हादसे में की जान-माल की क्षति नहीं हुई, लेकिन हजारों रेलयात्रियों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।
साबरमती एक्सप्रेस से यात्रा करने वाले यात्री बीच राह पैदल होगए तो दूसरी तरफ इस हादसे की वजह से दर्जनों गाड़ियां प्रभावित हुईं।
कई गाड़ियां रद्द, रूट में किया गया परिवर्तन
इस हादसे के तत्काल बाद रेलवे, पुलिस और फायर विभाग के आलाधिकारी मौके पर पहुंच गए। राहत व बचाव कार्य शुरू किया गया। नॉर्थ सेंट्रल रेलवे (एनसीआर) के मुताबिक यह हादसा बोल्डर टकराने से हुआ। दुर्घटना की वजह से कई ट्रेनों के रूट में बदलाव किया गया है। कानपुर से बुंदेलखंड, मध्य प्रदेश जाने वाली कई गाड़ियों को रद्द करदिया गया है, जबकि कुछ को डायवर्ट किया गया है।
भारी वस्तु से टकराकर पटरी से उतरा इंजन
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, साबरमती एक्सप्रेस (वाराणसी-अहमदाबाद) का इंजन शनिवार तड़के (2.35 बजे) कानपुर के पास ट्रैक पर रखी किसी वस्तु से टकराकर पटरी से उतर गया। तेजी से टकराने के निशान देखे गए हैं। साक्ष्य सुरक्षित कर लिया गया है। आईबी और उत्तर प्रदेश पुलिस भी इस पर काम कर रही हैं। किसी के हताहत होने की खभर नहीं है।
कानपुर सेंट्रल भेजे जा रहे साबरमती के यात्री
साबरमती एक्सप्रेस के यात्रियों के आगे की यात्रा के लिए ट्रेन की व्यवस्था की गई है। यात्रियों को बसों व एक विशेष मेमू ट्रेन से कानपुर सेंट्रल स्टेशन लाया जा रहा है। विशेष ट्रेन का भी प्रबंध किया जा रहा है, इससे गंतव्य तक यात्रियों को भेजा जाएगा। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही गुजरात में डबल डेकर ट्रेन दो हिस्सों में बंट गई थी।
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