The live ink desk. हिज्बुल्लाह के खिलाफ व्यापक अभियान को अंजाम देते हुए इजराइल ने सोमवार तड़के लगातार ड्रोन हमलों से लेबनान की राजधानी बेरुत को दहला दिया। इजराइली सेना ने ड्रोन अटैक में कम-से-कम चार लोगों की मौत हो गई, जिसमें इजराइल के खिलाफ कड़े संघर्ष में सक्रिय पॉपुलर फ्रंट फॉर दी लिबरेशन ऑफ फिलिस्तीन (पीएफएलपी) के तीन बड़े नेता शामिल हैं।
इजराइली सेना रविवार से ही बेरुत के उन रिहाइशी इलाकों को निशाना बनाकर हमले कर रही है, जहां पर हिजबुल्लाह के लोगों ने शरण ले रखी है और इजरायल के टारगेट कर रहे हैं।
दी टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के मुताबिक पीएफएलपी ने बयान जारी कर कहा है कि बेरुत के कोला जिले में एक इमारत पर मध्य रात्रि इजराइल ने ड्रेन अटैक किया, जिसमें उसके तीन शीर्ष नेताओं की मौत हो गई।
हालांकि, पहले यह आशंका थी कि यह हमला एक अन्य आतंकी संगठन अल जमा अल इस्लामिया (इस्लामिक ग्रुप) की तरफ से किया गया है, लेकिन उस संगठन ने इस हमले से साफ इनकार किया है। इजराइल की सेना की तरफ से इन हमलों को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की गई है।
ईरान समर्थित सशस्त्र संगठनों के खिलाफ इजराइल लगातार अपनी मुहिम को तेज कर रहा है। रविवार को इजरायल ने लेबनान में हिज्बुल्लाह के ठिकानों पर हमला कर 45 लड़ाकों को मार गिराया, जिसमें हिज्बुल्लाह का एक सीनियर कमांडर शामिल है। नबील कौक नाम का यह नेता हिज्बुल्ला की केंद्रीय कमेटी का उप प्रमुख था। इसके साथ ही यमन के हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर दर्जनों इजरायली विमानों ने बमबारी की है।
दूसरी तरफ ईरान में एक हेलीकाप्टर क्रैश हुआ है। यह हादसा रविवार का बताया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ईरान का यह हेलीकाप्टर चरमपंथी संगठनों के शीर्ष नेताओं को लेकर तेहरान की तरफ जा रहा था। इसी दौरान हवा में यह हेलीकाप्टर क्रैश हो गया। बताया जाता है कि इस उड़नखटोले में हिजबुल्ला के कई नेता, ईरानी आर्मी के कुछ कमांडर भी मौजूद थे। इस हेलीकाप्टर क्रैश की घटना के लिए इजरायल को जिम्मेदार माना जा रहा है।
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