The live ink desk. चरमपंथी ताकतों का मुकाबला कर रही इजरायली डिफेंस फोर्सेज (IDF) ने एक ऐसा कारनामा कर दिखाया है, जिसकी जमकर तारीफ हो रही है। दरअसल, आईडीएफ (IDF) ने गाजा में अपने अभियान के दौरान एक ऐसी लड़की को रेस्क्यू किया है, जिसे 11 साल पहले (2014 में) इराक से अगवा किया गया था।
इस यजीदी किशोरी को अगवा करने के बाद आईएसआईएस (ISIS) ने हमास को बेच दिया था। इस लड़की का नाम फवजिया (Fawzia) है, जो एक यजीदी है। साल 2014 में आईएसआईएस (ISIS) ने फवजिया (Fawzia) को इराक में उसके घर से अगवा कर लिया था, जब वह 11 साल की थी, इसके बाद उसे गाजा के एक आतंकवादी को बेच दिया गया था। इसके बाद में गाजा में फवजिया को बंदी बनाकर रखा गया।
बंधकों से मुक्त कराई गई इस यजीदी लड़की की मौजूदा आयु 21 वर्ष है। आईडीएफ (IDF) ने कहा, जो लोग अभी तक ISIS और हमास के बीच के संबंधों को नहीं समझ पाए, उनके लिए यह एक उदाहरण है। आईडीएफ ने कहा कि हमास, हिजबुल्लाह जैसे आतंकवादी संगठनों के खिलाफ उसका अभियान लगातार जारी रहेगा।
दूसरी तरफ हिजबुल्लाह के खिलाफ जारी जंग में ईरान के कूदने से ईरान में भी तनाव का माहौल है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई को सेफ जोन से भी निकालकर अत्यंत सुरक्षित स्थान पर रखा गया है।
ईरान को डर है कि इजरायली एजेंसी मोसाद (MOSSAD) को इस स्थान की भी भनक लग गई है। इस वजह से अली खामेनेई बहुत डरे हुए हैं। ईरान की आम जनताभी अली खामनेई से नाराज दिख रही है।