The live ink desk. मिडिल ईस्ट में अनवरत जारी जंग के बीच लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि सेंट्रल बेरूत में इजरायली फोर्स (आईडीएफ) के द्वारा किए गए हवाई हमले में 22 लोगों की मौत हो गई है। 117 लोग घायल हुए हैं। मीडिया के मुताबिक राजधानी बेरूत के शिया बहुल इलाके में यह हमला किया गया था। घायलों को अमेरिकन यूनिवर्सिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया है
माना जा रहा है कि इजरायली फोर्स (IDF) ने यह हमला हिजबुल्लाह प्रमुख रहे हसन नसरुल्लाह के करीबी रिश्तेदार वाफिक साफा के ऊपर किया था। वाकिफ साफा, हिजबुल्लाह का सुरक्षा प्रमुख है।
दरअसल, राजधानी बेरूत में बीते दो दिन से आईडीएफ (IDF) की तरफ से कोई हमला नहीं किया जा रहा था, लेकिन शुक्रवार को इजरायली डिफेंस फोर्सज (IDF) ने सेंट्रल बेरूत में हमला कर यह दिखाया कि वह ऐसे हमले को जब चाहे अंजाम दे सकता है।
यह तीसरी बार है जब इजरायली डिफेंस फोर्सज (IDF) ने दक्षिणी उपनगर दहिया के बाहर हवाई हमला किया है। इस उपनगर में इजरायल कई हवाई हमले कर चुका है। इन हमलों में आईडीएफ ने कई हिज्बुल्लाह कमांडरों को मार गिराया है और बड़े पैमाने पर हथियार, गोला-बारूद नष्ट किए हैं।
यूनाइटेड नेशन के मुताबिक इजरायली डिफेंस फोर्सज द्वारा वॉच टावर पर हमले के कारण इंडोनेशिया के दो शांति रक्षक सैनिक इंजर्ड हो गए हैं। गौरतलब है कि यूनिफिल शांति रक्षक मिशन 1978 में स्थापित किया गया था। इस इलाके में पड़ोसी देशों के बीच दुश्मनी रोकने और साउथ लेबनान के लोगों को मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए इसका गठन किया गया था।
लेबनान में यूनिफिल के 10000 शांति रक्षक सैनिक तैनात हैं। इनमें दुनिया के 50 देशों का योगदान है। इसके अलावा इसके 800 सिविलियन कर्मचारी हैं। यूनिफिल में सबसे अधिक इटली के 1000 सैनिकों का योगदान है।
दूसरी तरफ इजरायल की तरफ से एक बयान में कहा गया है कि बीते गुरुवार को लेबनान समर्थित हिजबुल्लाह की तरफ से उसके ऊपर 190 रॉकेट दागे गए हैं। कुल मिलाकर लेबनान की स्थिति भयावह है। अब तक लेबनान से तकरीबन 15 लाख से ज्यादा लोग सीरिया या अन्य देशों में पलायन कर चुके हैं। हालातों पर गौर करें तो ऐसा नहीं लगता कि मिडल ईस्ट में यह जंग अभी थमने वाली नहीं है।