रंगनाथ मिश्र के बाद ललितेशपति त्रिपाठी को दूसरे स्थान पर मिला सर्वाधिक मत
प्रतापपुर में ललितेशपति को मिली 7858 मतों की लीड, पोस्टल बैलेट में रहे आगे, 2019 में बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी रंगनाथ मिश्र को मिले थे 466414 मत
भदोही (संजय सिंह). 18वीं लोकसभा का चुनाव खत्म हो चुका है। मतगणना का परिणाम आ चुका है। भाजपा भले ही पूर्ण बहुमत तक न पहुंच पाई, एनडीए ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है। पांच विधानसभाओं वाली भदोही लोकसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी डा. विनोद कुमार बिंद ने 44 हजार से अधिक मतों से जीत भले ही हासिल की हो, पर टीएमसी प्रत्याशी से उन्हे कड़ी टक्कर मिली।
समीपवर्ती जनपद प्रयागराज में स्थित विधानसभा प्रतापपुर में टीएमसी प्रत्याशी ललितेशपति त्रिपाठी ने भाजपा प्रत्याशी से अच्छी-खासी लीड ले ली। इस सीट पर टीएमसी प्रत्याशी 7858 मतों से आगे निकल गए। प्रतापपुर विधानसभा में डा. विनोद बिंद को 85330 मत मिले तो वहीं टीएमसी के ललितेशपति त्रिपाठी को 93188 मत हासिल हुआ। यही नहीं, पोस्टल बैलेट में भी वहभाजपा प्रत्याशी से आगे रहे।
डाक मतपत्रों की गिनती के बाद 1105 मत भाजपा के खाते में आया तो टीएमसी के ललितेशपति त्रिपाठी को 1779 मत प्राप्त हुआ। डाक मतपत्र में बसपा भी 335 मत झटकने में कामयाब रही।
इसके अलावा भदोही विधानसभा में भी काफी करीबी मुकाबला रहा। भदोही विधनसभा भाजपा को 95574 मत मिले हैं तो टीएमसी को 92054 मत प्राप्त हुए। जबकि अन्य तीन विधानसभाओं ज्ञानपुर, औराई और हंडिया में काफी गैप देखने को मिला, जो 44 हजार से अधिक मतों के अंतर के रूप में सामने आया।
ज्ञानपुर कीबात करें तो इस विधानसभा में डा. विनोद कुमार बिंद को 97450 मत प्राप्त हुए हैं। जबकि ललितेशपति त्रिपाठी को 70787 मत प्राप्त हुए। औराई में भाजपा को 92288 जनमत तो टीएमसी को 80186 लोगों का मत प्राप्त हुआ।
इसी तरह हंडिया विधानसभा में भाजपा प्रत्याशी 88235 मत पाकरपहले स्थान पर रहे तो दूसरे स्थान पर रहे ललितेशपति त्रिपाठी को 77286 मत प्राप्त हुआ। 2024 के चुनाव में भदोहीलोकसभा सीट पर नोटा दबाने वालों की संख्या 11222 रही तो 4045 लोगों ने डाक मतपत्र का इस्तेमाल करते हुए अपने अधिकारों का इस्तेमाल किया।
कांटे की टक्कर वाले इस मुकाबले में विजेता प्रत्याशी डा. विनोद बिंद को 459982 मत तो रनरअप प्रत्याशी ललितेशपति त्रिपाठी को 415910 मत मिले हैं।
अब बात करते हुए साल 2009 से 2024 तक हुए आम चुनावों की। साल 2009 में गोरखनाथ पांडेय (195808 मत) भदोही के पहले सांसद चुने गए थे। दूसरे स्थान पर छोटेलाल बिंद को 182845 मत प्राप्त हुए थे। छोटेलाल बिंद महज दो फीसद वोटों की कमी से यह चुनाव हार गए थे। इसके बाद 2014 में हुए चुनावों में भाजपा के वीरेंद्र सिंह मस्त ने चुनाव जीता, उन्हे 403695 वोट मिले, जबकि दूसरे स्थान पर राकेशधर त्रिपाठी को 245554 मत प्राप्त हुए। हार-जीत का यह अंतर 16 फीसद का रहा।
2019 में रमेशचंद्र बिंद सांसद चुने गए, उन्हे 510029 मत मिले तो दूसरे स्थान पर रंगनाथ मिश्र को 466414 मत (दूसरे स्थान पर रहने वाले किसी भी प्रत्याशी को मिला सर्वाधिक मत) मिले। इस चुनाव में हारजीत का अंतर पांच फीसद मतों का रहा, जबकि ताजा चुनाव में ललितेशपति त्रिपाठी 415910 मिले, जो कि विजेता डा. विनोद चंद्र से महज 44 हजार मत कम है। हारजीत का अंतर सिर्फ चार फीसद से भी कम है। दूसरे नंबर पर रहने वाले ललितेशपति ऐसे दूसरे प्रत्याशी (पहले रंगनाथ मिश्र) बन गए हैं, जिन्होंने दूसरे स्थान पर रहते हुए इतना बड़ा जनसमर्थन प्राप्त किया।
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