संसद भवन 140 करोड़ देशवासियों की आकांक्षा का केंद्रः प्रधानमंत्री
The live ink desk. 26 जून, बुधवार को 18वीं लोकसभा के अध्यक्ष पद के लिए ध्वनिमत से ओम बिरला (सांसद, कोटा) चुने गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को उनकी कुर्सी तक पहुंचाया और अध्यक्ष चुने जाने की बधाई दी।
इसके पश्चात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा,अमृतकाल के इस महत्वपूर्ण काल खंड में दूसरी बार इस पद पर विराजमान होना बहुत बड़ा दायित्व है। पिछले पांच वर्ष का अनुभव अगले पांच वर्ष के कार्यकाल में बड़ी भूमिका निभाएंगे।
पीएम ने कहा, बलराम जाखड़ पहले ऐसे लोकसभा अध्यक्ष थे, जिन्होंने पांच साल का कार्यकाल पूरा करके फिर दोबारा स्पीकर बने थे। उसके बाद आपको (ओम बिरला) पांच साल पूर्ण करने के बाद दोबारा इस पद पर आसीन होने का अवसर मिला है। गत, 20 साल का ऐसा कालखंड रहा है कि ज्यादातर स्पीकर या तो उसके बाद चुनाव नहीं लड़े हैं या जीतकर के नहीं आए हैं।
पीएम ने एक सांसद के रूप में अध्यक्ष के कामकाज पर प्रकाश डाला। ओम बिरला के संसदीय क्षेत्र में स्वस्थ मां और स्वस्थ बच्चे के उल्लेखनीय अभियान का जिक्र किया। संसदीय क्षेत्र कोटा के ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने में उनके किए गए कार्यों पर रोशनी डाली। खेलों को बढ़ावा दिए जाने का भी जिक्र किया।
17वीं लोकसभा के कार्यकाल के दौरान ओम बिरला के नेतृत्व को याद करते हुए पीएम ने उस दौरान लिए गए फैसलों को याद करते हुए अध्यक्ष के नेतृत्व की सराहना की। प्रधानमंत्री ने नारी शक्ति वंदन अधिनियम, जम्मू कश्मीर पुनर्गठन, भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, सामाजिक सुरक्षा संहिता, व्यक्तिगत डेटा संरक्षण विधेयक, मुस्लिम महिला विवाह अधिकार संरक्षण विधेयक, ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के अधिकार संरक्षण विधेयक (Transgender Persons Protection of Rights), उपभोक्ता संरक्षण विधेयक (Consumer Protection Bill), प्रत्यक्ष कर (Direct Tax) जैसे सभी ऐतिहासिक अधिनियमों का उल्लेख किया, जिन्हें ओम बिरला की अध्यक्षता में पारित किया गया।
पीएम मोदी ने जी-20 (G-20) देशों के विधायी निकायों के अध्यक्षों के बेहद सफल पी-20 सम्मेलन के लिए भी अध्यक्ष की सराहना की, जिसमें बड़ी संख्या में देशों ने भाग लिया।
प्रधानमंत्री ने कहा, संसद भवन सिर्फ दीवारों का जमावड़ा नहीं बल्कि 140 करोड़ देशवासियों की आकांक्षा का केंद्र है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सदन की कार्यप्रणाली, आचरण और जवाबदेही हमारे देश में लोकतंत्र की नींव को मजबूत करती है। प्रधानमंत्री ने 17वीं लोकसभा की रिकॉर्ड उत्पादकता का उल्लेख किया जो 97 प्रतिशत रही।
पीएम मोदी ने कोरोना महामारी के दौरान सदन के सदस्यों के प्रति अध्यक्ष के व्यक्तिगत संबंध और चिंता का भी उल्लेख किया और ओम बिरला की इस बात के लिए भी सराहना की कि उन्होंने कोरोना महामारी के दौरान भी सदन की कार्यवाही को बाधित नहीं होने दिया।
सदन की गरिमा को बनाए रखने में अध्यक्ष द्वारा दिखाया गया संतुलन सराहनीय रहा। पीएम ने कहा, जिस समय कठोर निर्णय लेना भी शामिल था। उन्होंने परंपराओं को बनाए रखते हुए सदन के मूल्यों को बनाए रखने का विकल्प चुनने के लिए अध्यक्ष के प्रति आभार व्यक्त किया। अंत में एक बार फिर से ओम बिरला को बधाई देते हुए पीएम ने अपना संबोधन समाप्त किया।
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