रातभर गुलजार रहा कोरांव कस्बा, सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस के साथ तैनात रहे वालंटियर्स। SDM कोरांव आकांक्षा सिंह लिया व्यवस्था का जायजा, मुख्य मार्ग पर की गई थी बैरीकेडिंग
प्रयागराज (राहुल सिंह). सांझ ढलते ही यमुनापार का कोरांव कस्बा रंग-बिरंगी रोशनी से नहा उठा। ऐतिहासिक कोरांव कस्बे के दशहरा मेले के लिए पूरे कस्बे को दुल्हन की तरह सजाया गया था। मेला को देखने के लिए कोरांव के इर्द-गिर्द स्थित गांवों के अलावा दूरदराज से भी सैकड़ों लोग आए थे।
शारदीय नवरात्र के नवमी को मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की आराधना के पश्चात मेला समिति के द्वारा मेले का शुभारंभ किया गया। इसके पश्चात गाजे-बाजे और डीजे के साथ आकर्षक झांकियां निकाली गईं। विभिन्न देवी-देवताओं की झांकियों को निहारने के लिए सड़क से लेकर मकान की छतों तक लोग खड़े रहे।
जिस-जिस रास्ते से झांकियां गुजरीं, लोगों ने श्रीराम का जायकारा लगाया और पुष्प वर्षा की। दूसरी तरफ दूरदराज से आए लोगों ने मेले में लगी दुकानों से खरीदारी की। गुड़ की जलेबी, चाट, टिकिया और गोलगप्पे का आनंद लिया। इस दौरान कई स्थानों पर स्थानीय लोगों व संगठनों के द्वारा निशुल्क जलपान की व्यवस्था की गई थी।
मेला को सकुशल और निर्बाध संपन्न कराने के लिए मेजा, मांडा, लेडियारी रोड, देवघाट रोड, ड्रमंडगंज रोड, कोहडार समेत सभी मुख्य मार्गों पर पुलिस ने बैरीकेडिंग की थी, ताकि मेले के दौरान कोई वाहन कस्बे में न आने पाएं और अनावश्यक भीड़ न लगे।
मेला क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था के लिए एसओ नितेंद्र कुमार शुक्ल पूरा रात मेला क्षेत्र में भ्रमण करते रहे। उपजिलाधिकारी कोरांव आकांक्षा सिंह ने भी कई मार्गों का पैदल भ्रमण किया। स्थानीय लोगों से मुलाकात की और दशहरा की शुभकामनाएं दी। मेले की सुरक्षा व्यवस्था के लिए समीपवर्ती थानों के साथ-साथ जिला अपराध निरोधक समिति (DCPC) के वालंटियर्स भी रातभर लगे रहे।