कलेक्ट्रेट सभागार में सम्मान समारोह का आयोजन, सभी ब्लाक से 48 सर्वश्रेष्ठ शिक्षक हुए सम्मानित। डिजिटल क्लास का संचालन करने वाले विद्यालयों के शिक्षकों का भी बढ़ाया गया हौसला
भदोही (संजय सिंह). बेसिक शिक्षा के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों को शिक्षक दिवस पर सम्मानित किया गया। जिले के सभी ब्लाकों से शिक्षकों व कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की शिक्षिकाओं को सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया।
कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी विशाल सिंह, सीडीओ डा. शिवाकांत द्विवेदी ने मां सरस्वती एवं पूर्व राष्ट्रपति डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन कर किया। सीएम के कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया गया। सीएम ने भदोही से एसआरजी धीरज सिंह को सम्मानित किया है। सीडीओ ने शिक्षक की महत्ता, दायित्व, बच्चों की आवश्यकता, योग्यता पर विचार प्रकट किया।
जिलाधिकारी ने नई शिक्षा नीति की अनुशंसाओं को ध्यान में रखते हुए विद्यालय में पठन-पाठन का माहौल सृजित करने की अपेक्षा की। कहा कि प्राथमिक कक्षाओं में आने से पहले, पूर्व प्राथमिक स्तर पर आंगनबाड़ी केंद्रों में पठन-पाठन से संबंधित गतिविधियों का सफल संचालन प्राथमिकता में रखा जाए।
डीएम ने बीएसए के प्रयासों को सराहा
प्राइमरी एजुकेशन के क्षेत्र में बीएसए भूपेंद्र नारायण सिंह के योगदान को सराहा। जिलाधिकारी ने उम्मीद जताई कि शिक्षकों के कार्यों से हर विभागीय दायित्व निर्वहन में जनपद नंबर एक की जगह आरक्षित कर लेगा। बेहतर कार्यों के लिए उन्होंने समूचे विभाग को बधाई दी।
इसके पश्चात जिलाधिकारी द्वारा विभिन्न विकास खंडों से आए उत्कृष्ट कार्य कर रहे 48 शिक्षकों, आठ ऐसे विद्यालय, जो डिजिटली शैक्षिक कार्यों का संपादन कर रहे हैं, पांच विशेष कार्यों के संपादन करने वाले एवं पांच कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की शिक्षिकाओं को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
अकादमिक टीम को भी मिला प्रमाणपत्र
इसके अलावा अनुप्रेरण, अनुसमर्थन और शिक्षकों के सहयोग के लिए समस्त विकास खंडों की अकादमिक टीम को भी प्रमाणपत्र दिया गया। बीएसए भूपेंद्र नारायण सिंह ने शिक्षकों के प्रयासों से आए बदलावों और जनपद की अच्छी स्थिति के लिए जिलाधिकारी एवं सभी शिक्षकों की भूमिका के लिए आभार जताया। कार्यक्रम में जनपद के सभी विकास खंड के बीडीओ, जिला समन्वयक सौरभ सिंह, रितेश दीक्षित, एसआरजी विनयशंकर पांडेय, रत्नेश कुमार पांडेय, समस्त अकादमिक रिसोर्स पर्सन की टीम, विभिन्न विकास खंडों से आए शिक्षक, शिक्षामित्र एवं अनुदेशक सम्मिलित रहे।