महिलाओं और बच्चों के लिए पोषण पर ध्यान देना बहुत ही जरूरीः कविता शुक्ला
भदोही (संजय सिंह). जनपद में शनिवार को पोषण माह (एक से तीस सितंबर) का शुभारंभ किया गया। महिला कल्याण एवं बाल विकास मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने एक निजी प्रतिष्ठान में गोद भराई की रस्म निभाई।
अन्नप्रासन के साथ पोषण पोटली वितरण किया और केक काटकर पोषण माह का आगाज किया। इस दौरान सीएम बाल सेवा योजना, निराश्रित महिला पेंशन योजना, स्पॉर्स्डशिप योजना, महिला निर्माण श्रमिक योजना, बालिका मदद योजना, पुत्री विवाह योजना, कौशल विकास एवं उन्नयन प्रमाणन योजना, साइकिल सहायता योजना के लाभार्थियों को योजनाओं कालाभ देते हुए पुरस्कृत किया।
राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला ने पोषण के महत्व पर बल देते हुए कहा कि पोषण हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी है, खासकर महिलाओं और बच्चों के लिए। पोषण माह कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों को पोषण के प्रति जागरूक करना और उन्हें स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रेरित करना है।
हमारा लक्ष्य है कि हर व्यक्ति को पोषण युक्त भोजन मिले और वे स्वस्थ रहें। उन्होंने कहा, हमारे राज्य में कई ऐसे कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं, जिनका उद्देश्य महिलाओं और बच्चों को पोषण प्रदान करना है। हमारा लक्ष्य है कि हर महिला और बच्चा स्वस्थ और पोषण युक्त जीवन जीएं। उन्होंने पोषण संबंधी विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी।
सीडीओ डा. शिवाकांत द्विवेदी ने आंगनबाड़ी व सहायिकाओं प्रेरित करते व प्रोत्साहित किया कि आओ मिलकर बनाएं सुपोषित भारत। उन्होंने बताया कि सातवें पोषण माह के दौरान आगनबाड़ी केंद्रों में हो रही विभिन्न गतिविधियों और कार्यक्रम पोषण अभियान के तहत एक पेड़ मॉ के नाम, पोषण कार्यशाला और सेमिनार, पोषण भी पढ़ाई, ग्रोथ मॉनीटरिंग, एनीमिया मुक्त, समुदाय आधारित कार्यक्रम, स्तनपान और पूरक आहार, पोषण संबंधी प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं।
डीपीओ मंजू वर्मा ने बताया कि पोषण माह में सप्ताहिक एवं प्रतिदिन की जाने वाली गतिविधियों की जानकारी दी। महिला व बाल कल्याण विभाग के जिला प्रोबेशन अधिकारी शत्रुघ्न कनौजिया ने विभिन्न योजनाओं से अवगत कराया।
बैठक में जिपं अध्यक्ष अनिरूद्ध त्रिपाठी, दीपक मिश्र, सपना दुबे, जिला विकास अधिकारी ज्ञानप्रकाश, उपायुक्त मनरेगा राजाराम, जिला सूचना अधिकारी डा. पंकज कुमार, सीडीपीओ, सुपरवाइजर, आंगनबाड़ी कार्यकत्री, सहायिकाएं मौजूद रहीं।