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आस्ट्रेलियाई संसद में गूंजा हिंदुओं पर जघन्य अत्याचार का मुद्दा

The live ink desk. बांग्लादेश में शेख हसीना (Sheikh Hasina) को पीएम पद से अपदस्थ किए जाने के बाद से हिंदुओं पर लगातार हमले जारी हैं। मंदिरों, हिंदू परिवारों को निशाना बनाया जा रहा है। बहन-बेटियों के साथ बलात्कार, लूटपाट की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं।

बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे जघन्य अत्याचार और जेनोसाइड पर दुनियाभर में चर्चा हो रही है। इसी मामले में ऑस्ट्रेलियाई सांसद जूलियन लीसर ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार और अल्पसंख्यकों के मामले को ऑस्ट्रेलिया की संसद में जोर-शोर से उठाया है।

इस पर सांसद जूलियन लीसर (MP Julian Leeser) ने संसद में कहा कि यह एक बहुत बड़ी मानवीय तबाही है और बांग्लादेशी हिंदुओं को हिंसक उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है। आगे उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। बांग्लादेश में अलग-अलग धर्म के लोगों के बीच जबरदस्त तनाव है।

ऐसा इसलिए है क्योंकि सभी के विचार भिन्न हैं। ऑस्ट्रेलियाई सांसद जूलियन लीसर ने कहा कि बीते कुछ दिनों से बांग्लादेश में हिंसक कट्टरपंथी भीड़ में हिंदुओं के मंदिर घर कार्यालय सभी को निशाना बनाया है और प्रत्येक जगह को जलाया, तोड़ा जा रहा है।

बांग्लादेश में इस तरह की घटनाएं तेजी के साथ बढ़ी हैं। इस तरह के जघन्य अपराध से हिंदू बड़ी संख्या में अपना घर छोड़कर पलायन कर रहे हैं। वह डर से अपना घर छोड़कर जा रहे हैं। ऐसी खबर आ रही है कि हिंदू मारे जा रहे हैं। मैंने, कई बार यह ध्यान दिलाने की कोशिश की है कि मेरी चिंता पूरी दुनिया में रह रहे अलग-अलग धार्मिक अल्पसंख्यकों के लिए भी है और बांग्लादेशी हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को हम नजरअंदाज नहीं कर सकते।

ऑस्ट्रेलियाई सांसद Julian Leeser ने कहा कि हम बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार से दुखी हैं और हम अंतरिम सरकार से उम्मीद करते हैं कि वह इस पर काम करेगी और कट्टरपंथी तत्वों पर कार्रवाई करेगी। गौरतलब है कि बांग्लादेश में छात्र आंदोलन के नाम पर शेख हसीना (Sheikh Hasina) को सेना और कट्टरपंथी तत्वों द्वारा अपदस्थ कर दिया गया।

शेख हसीना ने फिलहाल अपने पड़ोसी मुल्क भारत में शरण ली है। तभी से बांग्लादेश में हिंदुओं पर बड़े पैमाने पर खूनी खेल खेला जा रहा है। यह हास्यास्पद है कि इंटरनेशनल मीडिया हिंदुओं के ऊपर हो रहे अत्याचार पर मौन है ।

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