सुधवै के रहने वाले प्रदीप कुमार सिंह की मौत, प्रयागराज से घर आते समय हुआ हादसा, घर पहुंचने से महज छह किलोमीटर पहले हुए हादसे से पूरे गांव में पसरा मातमी सन्नाटा
भदोही (संजय सिंह). प्रयागराज से चलकर घर आ रहे सुधवै के रहने वाले प्रदीप कुमार सिंह (39) छह किलोमीटर और गाड़ी चला लेते तो आज वह अपनी पत्नी और बच्चों के साथ होते। पर, होनी को कौन टाल सका है। आधी रात बेकाबू ट्रेलर ने प्रदीप कुमार सिंह की कार में ऐसी टक्कर मार की कार के परखच्चे उड़ गए।
संयोग अच्छा था कि कार में कोई और नहीं था। कार की हालत को देखने के बाद यही प्रतीत हो रहा है। रविवार सुबह प्रदीप के घर मनहूस खबर पहुंची तो कोहराम मच गया। पत्नी को मानो यकीन नहीं हो रहा था कि वह अब कभी नहीं आएंगे। यह हादसा ऊंज थाना क्षेत्र में भीटी-ऊंज की सीमा पर हुआ।
जानकारी के मुताबिक सुधवै के रहने वाले प्रदीप कुमार सिंह (39) प्रयागराज में एक ट्रैवल एजेंसी में कार चलाते थे। शनिवार की देर रात वह कार (UP70-DF-8206) से घर आ रहे थे। भीटी- ऊंज सीमा पर एक बेकाबू ट्रेलर (आरजे47-जीए-2276) ने कार में जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और चालक प्रदीप कुमार सिंह मौके पर मौत हो गई।
जानकारी होते ही ऊंज पुलिस मौके पर पहुंची और कार का शीशा तोड़कर किसी तरह प्रदीप कुमार सिंह को बाहर निकाला। जीवन की प्रत्याशा में अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टर ने हाथ खड़े कर दिए। इसके बाद पुलिस ने कार व ट्रेलर को कब्जे में लेते हुए शव को चीरघर भेज दिया और हादसे की जानकारी घरवालों को दी।
प्रभारी निरीक्षक राजेश प्रताप सिंह ने बताया कि मृतक के बड़े भाई प्रमोद कुमार सिंह की तहरीर पर ट्रेलर के खिलाफ (चालक नाम-पता अज्ञात) मुकदमा पंजीकृत किया गया है।
तीन बेटियों की कौन निभाएगा जिम्मेदारी
अल्पायु में हादसे का शिकार हुआ प्रदीप चार भाइयों में दूसरे नंबर का था। परिजनों के मुताबिक प्रदीप कुमार सिंह ने शनिवार की रात दस बजे पत्नी संजू से टेलीफोन पर बात की थी और बताया था कि वह घर आ रहा है। पत्नी से किए वादे के मुताबिक वह घर के लिए निकला तो जरूर, पर छह किमी पहले ही काल के क्रूर पंजे ने उसका जीवन छीन लिया।
रविवार सुबह से ही घर में कोहराम मचा हुआ है। बड़ी बेटी श्वेता (20), साक्षी (18), श्रेया (15) और बेटे वैभव (10) की जिम्मेदारी कौन उठाएगा। पत्नी संजू देवी के आंसू नहीं थम रहे हैं। बेटियों की शादी नहीं हुई है। गृहस्थी कच्ची है और बेटा अभी अबोध ही है। रिश्तेदार और परिजन सांत्वना दे रहे हैं।
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