प्रयागराज (आलोक गुप्ता). समय से पहले स्कूल बंद करने की जल्दबाजी में स्कूल के अंदर तीन साल के बच्चे को कैद कर चले जाने के प्रकरण में संबंधित शिक्षिका का निलंबित कर दिया गया है। यह मामला विकास खंड मेजा के प्राथमिक विद्यालय लोहरा का है। लोहरा प्राइमरी में कैद बच्चे के रोने की आवाज कुछ राहगीरों ने सुनी थी। इस पर जब वह लोग किसी तरह विद्यालय के अंदर पहुंचे तो चैनल (गेट) के अंदर एक बच्चा रो रहाथा।
इस पूरी घटना का वीडियो राहगीरों के द्वारा बनाकर वायरल किया गया। वीडियो संज्ञान में आते ही बीएसए प्रवीण तिवारी ने तत्काल प्राथमिक जांच करवाई। बीईओ मेजा के द्वारा की गई जांच में शिक्षिका जूली कुमारी को दोषी पाया गया। इस मामले को देखते हुए बीएसए ने जूली कुमारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया, साथ ही शिक्षामित्र ललिता देवी का मानदेय काटा गया है।
बीएसए प्रवीण तिवारी ने बताया कि जिस बच्चे का वीडियो वायरल हुआ है,वह अपनी बड़ी बहन के साथ स्कूल आया था। समय से पहले स्कूल बंद कर दिए जाने के कारण वह बच्चा स्कूल के अंदर ही रह गया। बीएसए ने कहा कि यह बड़ी लापरवाही है और कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती थी।
बीएसए ने बताया कि शिक्षिका ने समय से पहले (दो बजे से पूर्व) स्कूल बंद कर दिया। जबकि शिक्षिका को ढाई बजे तक विद्यालय में रहना था।
शिक्षिका जूली कुमारी को निलंबित किए जाने के साथ ही उनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिएगए हैं। जांच अधिकारी बीईओ कौंधियारा अरुण कुमार अवस्थी को बनाया गया है। निलंबन की अवधि में शिक्षिका जूली कुमारी को विकास खंड उरुवा के प्राथमिक विद्यालय मदरा से संबद्ध किया गया है।
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