मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई प्रयागराज महाकुंभ मेला-2025 की दशवीं बैठक
लखनऊ/प्रयागराज (आलोक गुप्ता). प्रयागराज महाकुंभ मेला-2025 की दशवीं बैठक बुधवार को हुई। मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने कहा, महाकुंभ-2025 क्लीन और ग्रीन होना चाहिए। शौचालयों की प्रतिदिन सफाई होनी चाहिए और थर्ड पार्टी इसका निरीक्षण करे। दूषित जल गंगा में नहीं जाना चाहिए। शत-प्रतिशत घरों को सीवर लाइन से जोड़ने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने कहा कि शहर के परिदृश्य को नया रूप देने के लिए भित्ति चित्र, साइनेज, जंक्शन डिजाइन, सोलर स्ट्रीट लाइट की स्थापना आदि का कार्य समय से सुनिश्चित पूरा कराएं। बागवानी के माध्यम से भी सौंदर्यीकरण कराया जाए, इससे शहर की सुंदरता और बढ़ जाएगी।
उन्होंने कहा कि मेला क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालुओं को आवागमन में किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए। प्लान कर सुरक्षा एवं यातायात की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए।
बैठक में मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज की 2584.12 लाख रुपये लागत की दो परियोजनाओं, स्वास्थ्य विभाग की 5823.02 लाख रुपये की 19, पर्यटन विभाग की 351 लाख रुपये लागत की एक, पीडीए की 789.34 लाख की एक परियोजना, उद्यान विभाग की 755.18 रुपये की तीन, सीएण्डडीएस की 1249.79 लाख रुपये लागत की दो परियोजनाओं को स्वीकृतिदी गई।
इसी क्रममें जल निगम की 523.24 लाख की एक परियोजना व सिंचाई विभाग की एक परियोजना कोमंजूरी दी गई। इन 30 परियोजनाओं पर कुल 12075.69 लाख रुपये खर्च आएगा।
महाकुंभ में आने श्रद्धालुओं को बेहतर चिकित्सा के लिए 2247.52 लाख रुपये की लागत से मोती लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एवं संबद्ध चिकित्सालयों के नवीनीकरण एवं सौंदर्यीकरण का कार्य, मेडिकल कॉलेज के हेल्थ प्लान के तहत 336.60 लाख रुपये की लागत से चिकित्सा सामग्रियों का क्रय किया जाएगा।
एक सेंट्रल और 12 सेक्टर हास्पिटल बनेंगे
स्वास्थ्य विभाग द्वारा 1425.02 लाख रुपये की लागत से अस्थाई सेंट्रल हॉस्पिटल्स, 10 सेक्टर हॉस्पिटल्स और दो सब सेक्टर हॉस्पिटल का निर्माण मेला क्षेत्र में किया जाएगा। इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रयागराज, प्रतापगढ़, फतेहपुर व कौशांबी में 21.24 करोड़ रुपये की लागत से कंप्यूनिटी हेल्थ सेंटर व प्राइमरी हेल्थ सेंटर का जीर्णोंद्धार और महाकुंभ मेला क्षेत्र के समीप वेयरहाउस तेलियरगंज का निर्माण कार्य कराया जाएगा।
परेड ग्राउंड में लगाए जाएंगे 55 प्रीमियम टेंट
महाकुंभ में आने वाले विदेशी पर्यटकों एवं वीआईपी अतिथियों को सुव्यवस्थित व्यवस्था प्रदान करने के लिए पर्यटन विभाग द्वारा 351 लाख रुपये की लागत से मेला क्षेत्र के परेड ग्राउंड में 55 प्रीमियम टेंट लगाए जाएंगे। आईईआरटी पुलिया (पीपल के पेड़ के पास) से गंगा नदी तट तक सड़क चौड़ीकरण, सुदृढ़ीकरण व सौंदर्यीकरण का कार्य 789.34 लाख रुपये की लागत से प्रयागराज विकास प्राधिकरण द्वारा कराया जाएगा।
गमलों और पौधों पर खर्च होंगे 199 लाख
उद्यान विभाग द्वारा 199.21 लाख रुपये की लागत से मेला क्षेत्र में मिट्टी व फाइबर के गमलों में मौसमी फूल और शोभाकार पौधे तैयार कर मेला क्षेत्र व 495.97 लाख रुपये की लागत से राजकीय पार्कों का सौंदर्यीकरण कार्य कराया जाएगा। इसके अलावा विभाग द्वारा 60 लाख रुपये की लागत से औद्यानिक तकनीकी व विभागीय योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए प्रदर्शनी लगाई जाएगी। 15 स्थानों पर 751 लाख रुपये से थीमैटिक वेस्ट टू वंडर इंस्टालेशन की स्थापना की जाएगी, जिसमें डमरू एवं नटराज आदि की मूर्ति स्थापित की जाएगी। इन कलाकृतियों को कल्चर मार्बल के माध्यम से बनाया जाएगा।
5112 लाख रुपये से खरीदी जाएगी पाइप
प्रयागजराज के जार्जटाउन में प्रयागराज मेला प्राधिकरण के गेस्ट हाउस के मरम्मत व उच्चीकरण का कार्य कराया जाएगा। जल निगम (नगरीय) द्वारा महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं व पर्यटकों को स्वच्छ पेयजल आपूर्ति के लिए पूरे मेला क्षेत्र में पाइप बिछाने के लिए 5112.44 लाख रुपये की लागत से डीआई के-7 पाइप का क्रय की जाएगी। गंगा नदी को व्यवस्थित करने के लिए भारतीय अंतरदेशीय जलमार्ग प्राधिकरण के साथ समन्वय स्थापित कर बैंब पिनिंग की कार्ययोजना बनाई गई है, जिस पर कार्य किया जायेगा।
बैठक में डीजीपी प्रशांत कुमार, प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात, प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश मेश्राम, प्रमुख सचिव लोक निर्माण अजय चौहान, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा पार्थ सारथी सेन शर्मा, मेला अधिकारी विजय किरन आनंद, सूचना निदेशक शिशिर मौजूद रहे।