प्रयागराज (आलोक गुप्ता). बेखौफ चोरों ने बीती रात गऊ घाट स्थित राधा-कृष्ण मंदिर से अष्टधातु की दो मूर्तियों पर हाथ साफ कर दिया। सुबह मूर्ति की जानकारी होते ही हड़कंप मच गया।
मूर्ति चोरी के बात महंत 1008 जयरामदास जी महाराज उर्फ फलाहारी बाबा ने अन्न-जल त्यागने की घोषणा की। उन्होंने कहा, जब तक मूर्तियां बरामद नहीं होतीहैं, वह जल भी ग्रहण नहीं करेंगे।
चोरी की यह घटना गंगानगर के नवाबगंज थाना क्षेत्र में श्रृंग्वेरपुर स्थित गऊ घाट (ग्राम पटना उपरहार) की है। घाट पर राधाकृष्ण का अतिप्राचीन मंदिर स्थित है। इस एरिया में अलग-अलग देवी-देवताओं के मंदिर हैं। इन्ही में एक राधा-कृष्ण भगवान का मंदिर है, जिसमें अष्टधातु की दो मूर्तियां लगी थी। दोनों मूर्तियों को बीती रात चोरों ने पार कर दिया।
चोर की जानकारी मंदिर के पुजारी शिवरामदास महराज को सुबह हुई। मंदिर के पुजारी ने बताया रात बारह बजे तक वह जाग रहे थे। उस समय तक सब ठीक था। चोरी की घटना इसी के बाद की है। सूचना पर आई पुलिस ने मौका मुआयना किया।
मंदिर परिसर में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की। जांच के दौरान मिले क्लू के आधार पर एक संदिग्ध को हिरासत में भी लिया है। अष्टधातु की मूर्ति चोरी होने की सूचना पर एसीपी सोरांवभी मौके पर पहुंचे और खोजी कुत्ते की मदद ली गई।
धाम के महंत 1008 जयरामदास जी महराज ने नवाबगंज पुलिस को तहरीर दी गई है। दूसरी तरफ अष्टधातु की मूर्तियां चोरी होने से स्थानीय लोगों में खासा रोष है। दूसरी तरफ महंत 1008 जयरामदास जी महराज ने फल और जल त्यागने की घोषणा कर दी है। उनका कहना है कि जब तक चोरी का खुलासा नहीं होता और मूर्तियां बरामद नहीं होती हैं, वह जल भी ग्रहण नहीं करेंगे। 1008 जयरामदास जी महराज उर्फ फलाहारी बाबा ने यह भी कहा कि चोर मूर्तियां लौटा देता है तो उसे माफ कर दिया जाएगा।